◆ श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की दो दिवसीय बैठक प्रारम्भ हुई
◆ बैठक में मंदिर में लगने वाले मूर्तियों के स्वरुप पर हुई चर्चा
अयोध्या। श्रीरामजन्मभूमि मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक प्रारम्भ हुई। इस बैठक में सी बी आर आई के विशेषज्ञों ने उस प्रयोग को समझाया जिसके अंतर्गत प्रति वर्ष रामनवमी के दिन दोपहर बारह बजे सूर्य देवता की किरणें रामलला के ललाट को प्रकाशित करेंगी।
उक्त जानकारी देते हुए श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पतराय ने बताया कि मंदिर के वास्तुकार आशीष सोमपुरा ने मंदिर में लगने वाली मूर्तियों के स्वरूप और आकार पर अपने विचार रखे। सभी लोगों के सुझाव लिए गए। परकोटा की बारीकियों पर चर्चा हुई, तथा यह चर्चा अभी जारी है । इस वर्ष पंचकोसी परिक्रमा पर अनुमानित 40 लाख से अधिक भक्तों ने परिक्रमा की। यह अभूतपूर्व था। सबकी इच्छा हुई कि पंचकोसी परिक्रमा पथ को देखा जाए। सायंकाल परिक्रमा पथ देखा गया। बैठक की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने किया। इस बार निर्माण समिति के सदस्य बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के सेवानिवृत्त डायरेक्टर जनरल केके शर्मा भी उपस्थित रहे। सीबीआरआई रुड़की के वर्तमान डायरेक्टर प्रोफेसर प्रदीप कुमार तथा सेवानिवृत्त डायरेक्टर गोपालकृष्णन अपनी वैज्ञानिक टीम के साथ बैठक में उपस्थित थे। इस अवसर पर अयोध्या जनपद के जिलाधिकारी महोदय और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक भी उपस्थित रहे।