जलालपुर अम्बेडकर नगर। जलालपुर कोतवाली क्षेत्र के कर्बला कासिमपुर स्थित पेट्रोल पंप पर सिपाहियों द्वारा जबरन पेट्रोल भराने व तोडफोड़ करने का मामला अन्ततः फर्जी निकला। फिलहाल पुलिस अधीक्षक ने जांच का आदेश देते हुए सीओ सिटी को जांच सौंप दी है। जांच कर रहे सीओ ने बताया कि वायरल वीडियो में मारपीट व तोड़फोड़ की पुष्टि नहीं हो रही है। सभी आरोपी सिपाहियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जा रही है। वहीं पेट्रोल पंप संचालक ने भी किसी तरह की घटना से इनकार किया और कहा कि पंप के नाज़ुल मैन मौके पर मौजूद नहीं थे और बिजली सप्लाई भी बन्द थी। पुलिस टीम में किसी सिपाही को जानकारी थी तो वह जल्दबाजी में बिजली का चेंजर बदलने लगे और वह टूट गया। शंका वश उन्होंने इस कि शिकायत कोतवाली में की थी मगर सच्चाई सामने आने पर अब उन्हें कोई शिकायत नहीं है। न ही कोई मारपीट या तोड़ फोड़ हुई है।
घटना शुक्रवार की रात कासिमपुर कर्बला बाजार स्थित मां सीता देवी ऊर्जा केंद्र की है। जब पेट्रोल पंप के सभी कर्मचारी पेट्रोल पंप बन्द करके घर जा चुके थे।सुरक्षा की दृष्टि से कासिमपुर निवासी संदीप कुमार अपने सहयोगी के साथ सो रहे थे। आरोप है कि रात 11 बजे तीन बाइक पर सवार आधादर्जन वर्दीधारी सिपाही पहुंचे और सो रहे लोगों को जगा कर पेट्रोल भरने के लिए कहा। वहां पर मौजूद लोगों ने बताया कि पेट्रोल कर्मचारी पेट्रोल पंप लाक कर घर चले गये है जिसे खोलना संभव नहीं है। पंप मशीन में बिजली सप्लाई नहीं हो रही थी इस के बाद कक्ष में पहुंच कर लाइट जलाने का प्रयास किया मगर मशीन नहीं चालू हुई। सिपाही पेट्रोल भरने में नाकाम हो गये और वहां से चले गये। सुबह पेट्रोल पंप मालिक विक्की यादव पहुंचे और पेट्रोल पंप पर लगे कैमरे को देखा तो पुलिस कर्मियों की जोर जबरदस्ती सामने आयी। पंप संचालक ने वीडियो क्लिप के साथ कोतवाली जलालपुर पहुंचे और तहरीर दिया था। रविवार को पंप मालिक ने अपने बयान मे बताया कि पंप पर न तो किसी प्रकार की क्षति हुई है और न ही पुलिस वालो के खिलाफ कोई कार्यवाही चाहता हूँ। जो मीडिया मे प्रकाशित हुआ है वैसी कोई बात नही है। कोतवाल संतोष कुमार सिंह ने बताया कि तोडफोड़ का मामला झूठा पाया गया है और पंप संचालक कोई कार्यवाही नही चाहता है।