जलालपुर अम्बेडकर नगर। युवती द्वारा छेड़छाड़,मारपीट समेत लगाये गये आरोप का जब कोतवाल ने गंभीरता से लेकर जांच कराया तो मामला असत्य पाया गया,जिससे युवको को जीवन दान मिल गया। कोतवाल के इस कार्य के लिए काफी सराहना हो रही है। प्रकरण कोतवाली क्षेत्र के एक गाँव की है। जहां दो पक्षो मे काफी दिनों से विवाद चला आ रहा है। इस मामले मे एक पक्ष की युवती विपक्षियों पर आरोप लगाते हुए परिजनों संग जलालपुर कोतवाली पहुची और पुलिस को तहरीर देते हुए बताया कि दो दिन पूर्व मै साइकिल से अपने घर जा रही थी तभी दो लोगों ने मुझे साइकिल से गिराकर छेड़छाड़ किया और मारापीटा। मामले को गंभीरता से लेते हुए कोतवाल संतोष कुमार सिंह ने गहनता से जांच कराया तो पूरा मामला उल्टा ही निकल गया। पुलिस द्वारा जांच करने पर युवती द्वारा जिस स्थान की घटना बतायी जा रही थी वहां पर सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ था जिसमे सभी मौके के वारदात कैमरे मे कैद थे। जब पुलिस ने कैमरे को खंगाला तो पता चला युवती साइकिल से जा रही है और अचानक साइकिल लेकर गिर पड़ती है। लेकिन युवती अपने बयानों पर पुलिस के सामने अडिग रहती है। जब कोतवाल संतोष कुमार सिंह ने पूरे घटना का वीडियो युवती और परिजनों को दिखाया तो इन सभी को सांप सूंघ गया। घटना का वीडियो सामने आते ही इन सभी के राग बदल गये। पुलिस की जांच मे जहां फर्जी घटना का खुलासा हो गया वही दो निर्दोष गंभीर धारा व जेल जाने से बच गये। इस घटना का खुलासा होने से जहां दो निर्दोष बच गये वही कोतवाल की भूरि भूरि प्रशंसा हो रही है कि इनके चलते दो लोगों को न्याय मिल गया। ऐसे मे कई लोग आज फर्जी मुकदमे के जाल मे फसकर न्यायालय का चक्कर लगा रहे है और अपनी जान बचाने की कोशिश मे लगे हुए है।