कटेहरी अंबेडकर नगर। मातृ पितृ भक्त के प्रतीक श्रवणक्षेत्र धाम में पांच दिवसीय एतिहासिक मेले का शुभारंभ 26दिसंबर को अगहन पूर्णिमा स्नान के साथ होगा। मेला क्षेत्र में दूरदराज से दुकान लगाने वालों का पहुंचना शुरू हो गया है। हालांकि, तैयारियों को लेकर प्रशासन बेरुखी पर उतारू है। संगम तट पर आसपास के जनपदों से पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए कोई व्यवस्था होती नजर नहीं आ रही है। ऐसे में इस बार भी संगम तट पर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। मेला शुरू होने व स्नान पर्व मेें महज गिना दिन का समय शेष है, लेकिन जिम्मेदार लोग इस तरफ ध्यान नहीं दे रहे हैं।
बताते चलें कि माता-पिता की भक्ति के प्रतीक श्रवण कुमार की तपोस्थली श्रवणक्षेत्र के नाम से प्रसिद्ध है। श्रवणक्षेत्र का उल्लेख पुराणों में भी मिलता है। हिंदू समाज के लोगों में इस स्थान को लेकर गहरी आस्था है। वर्ष भर में ऐसे कई मौके होते हैं जब श्रवण धाम आस्था का बड़ा गवाह बनता है। सप्तकोशी परिक्रमा व पूर्णिमा स्नान यहां श्रद्धालु पहुंचकर संगम तट पर स्नान करते हैं और श्रवण कुमार की उपासना करते हैं।
सभी श्रद्धालु बाबा के इस धाम में पूजन-अर्चन के साथ श्रवणकुमार जैसे पुत्र की मांग करते हैं। अगहन पूर्णिमा मौके पर यहां स्नान व दान-पुण्य के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है। इस बार अगहन पूर्णिमा आगामी 26दिसंबर को पड़ रही है। ऐसे में पूर्णिमा स्नान के साथ पांच दिवसीय मेले का भी शुभारंभ होगा। इस मेले का जनपदवासियों के अलावा पड़ोसी जनपद अयोध्या व सुल्तानपुर के भी श्रद्धालुओं को इंतजार रहता है।
26 दिसंबर को होने वाले इस स्नान को लेकर प्रशासनिक तैयारियां शून्य हैं। मेले में प्रशासनिक व्यवस्था के नाम पर सिर्फ सुरक्षा मुहैया कराने तक ही जिम्मेदारी संभाली जाती है। जबकि इस पवित्र धाम को पर्यटन स्थल तक का दर्जा मिल चुका है। इसके बावजूद शासन प्रशासन न तो श्रवणक्षेत्र धाम के सौंदर्यीकरण की तरफ ध्यान दे रहा है और न ही यहां वर्ष में होने वाले आयोजनों में कोई सहयोग करता है।
गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर हुए दीप महोत्सव कार्यक्रम से श्रवण क्षेत्र लोगो में एक आशा की लहर विकास के क्षेत्र में जाग गया है स्थानीय राजेन्द्र यादव ,अनिल यादव फौजी, अशोक यादव व नंदू यादव आदि ने प्रशासन की उपेक्षा पर नाराजगी जाहिर की। कहा कि प्रशासन को श्रद्धालुओं की आस्था को देखते हुए अविलंब आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करनी चाहिए, जिससे हजारों की संख्या में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को स्नान व पूजन में किसी प्रकार की मुश्किल न हो। उधर, ग्राम प्रधान पति राम स्नेही ने बताया कि वह अपने स्तर पर आवश्यक व्यवस्था मुहैया कराए हैं। श्रद्धालुओं के हितों का पूरा ख्याल रखा जाएगा। मेले में स्थान वितरण को लेकर दुकानदारों में चर्चा का विषय बना रहता है दुकान लगाने के लिए जो जगह वितरण किया जाता है उसमें सुविधा शुल्क अधिक लिया जाता है इसके कारण से भी काफी दुकानदार यहां नहीं आ पाते हैं। उपजिलाधिकारी ने बताया कि मेले को लेकर प्रशासन आवश्यक तैयारी सुनिश्चित कर रहा है। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की मुश्किल नहीं होगी। सुरक्षा के साथ-साथ अन्य तरह की सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।