Home Ayodhya/Ambedkar Nagar अयोध्या बांग्लादेश में मंदिरों को तोड़े जाने व हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार...

बांग्लादेश में मंदिरों को तोड़े जाने व हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में साधू-संतो व विहिप ने निकाला मार्च

0

अयोध्या। बांग्लादेश में मंदिरों को तोड़े जाने तथा हिन्दुओं पर हो रहे लगातार हमले के विरोध में अयोध्या के साधु संत और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने रामपथ 2 किमी लम्बा  मार्च निकाल कर इस्लामिक आतंकवादी के विरोध में जमकर नारेबाजी की। इस दौरान संतों ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहा अत्याचार बंद नही हुआ तो हिंदुस्तान में भी रोहिंग्या मुसलमान को नहीं रहने देंगे।

बावन मंदिर के महंत वैदेही बल्लभ शरण ने कहा कि बांग्लादेश में हमारे मंदिरों को तोड़ा जा रहा है। हिन्दुओं पर अत्याचार हो रहा है जिसे अब हम लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे वह हमारे हिंदुओं को मारेंगे तो हम भी इन रहने वाले रोहंगिया मुसलमान को भी मार कर भगाएंगे। उन्होंने कहा कि अब ओम शांति नहीं ओम क्रांति का समय है। अगर वह हमारे साथ बदले की भावना से जिएंगे तो हम भी उनके साथ वही करेंगे। अभी याचना नहीं रण होगा युद्ध महा भीषण होगा।

हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में अयोध्या के साधु संतों ने मार्च निकाला है। जिस प्रकार से बांग्लादेश में हिंदुओं को मारा जा रहा है। बहन बेटियों की इज्जत लूटी जा रही है। मठ मंदिर तोड़े जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बांग्लादेशीयों होश में आओ नहीं तो हिंदुस्तान में रहने वाले बांग्लादेशी घुसपैठियों के साथ में भी हम ऐसा व्यवहार करेंगे।

राम कचहरी आश्रम के महंत शशिकांत दास ने कहा कि जिस तरह हिंदू मां बहन बेटियों को मरा जा रहा है बांग्लादेश में मठ मंदिरों को तोड़ा जा रहा है हम सावधान करना चाहते हैं बांग्लादेश को कि हमारे देश में जो रोहिंग्या है जो बांग्लादेशी है उनके साथ भी ऐसा ही बर्ताव किया जाएगा।

राम मंदिर के पूजन पद्द्ति के प्रभारी गोपाल जी राव ने कहा कि यदि बांग्लादेश में स्थिति नही सुधरी तो आज जो स्थिति बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रही है वही स्थिति बांग्लादेशी मुसलमान का भी भारत में भी होगा।

इस दौरान अयोध्या के साधू संत, विश्व हिन्दू परिषद व बजरंग दल के पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version