अंबेडकरनगर । श्री रामलीला सेवा समित तिवारीपुर के तत्वाधान में आयोजित राम लीला के छठवें दिन शुक्रवार को राम-केवट संवाद व चित्रकूट में भरत मिलाप की लीला का मंचन हुआ। वनवास के दौरान भगवान राम को निषादराज मिलते हैं। निषादों का राजा भगवान राम का सेवा प्रहरी बनकर अपना जीवन धन्य करते हैं। भगवान राम गंगा नदी को पार कराने के लिए केवट से विनय करते है परंतु केवट उनके चरणों को धोकर गंगा पार कराने को कहता है। राम उसकी बात मान लेते हैं। राम के चरण धोने के बाद केवट गंगा पार कराता है। भरत व शत्रुघ्न ननिहाल से अयोध्या लौटने पर राम के वनवास व राजा दशरथ के स्वर्गवास का पता लगने पर दुखी होते हैं। कैकई को लज्जित कर भगवान राम से मिलने चित्रकूट जाते हैं और राम की खड़ाऊ लेकर अयोध्या लौट आते हैं। रामलीला महोत्सव में भरत कैकेयी संवाद और चित्रकूट में भरत मिलाप का मंचन किया गया। राजा दशरथ के परलोक गमन के पश्चात गुरु वशिष्ठ की आज्ञा पाकर भरत ननिहाल से अयोध्या पहुंचते हैं। भगवान राम के वनवास और राजा दशरथ के निधन का पता लगने पर दुखी होते है। भरत परिवार व सभासदों के साथ चित्रकूट के लिए प्रस्थान करते हैं। चित्रकूट में भरत राम से अयोध्या चलने की प्रार्थना करते हैं। भगवान राम भरत को अपनी खड़ाऊ देते हैं। भरत खड़ाऊ लेकर वापस अयोध्या लौट आते हैं।
तिवारीपुर में विष्णु प्रभाकर अयोध्या द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय कलाकारों किए जा रहे भगवान रामलीला के मंचन पर छठवें दिन का शुभारम्भ साईं नेत्रालय के डायरेक्टर डॉ.अमित पटेल , एन टी सर्जन डॉक्टर प्रमोद यादव, पीके कांट्रेक्शन के प्रबंधक प्रदीप सिंह , ट्रांसइंस्टीट्यूट के प्रबंधक गिरजेश यादव, पंडित बालमुकुंद शास्त्री, शैलेश तिवारी, जिला पंचायत सदस्य पवन सिंह पिंटू , युवा भाजपा नेता राहुल सिंह, युवा नेता बीजेपी शिवम तिवारी , द्वारा फीता काटने के बाद, भगवान राम की आरती किया गया।