अम्बेडकर नगर। जिस तरीके से देश भर में ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में इलेक्ट्रिक व्हीकल की लगातार मांग बढ़ रही है उसके साथ ही साथ इलेक्ट्रिक व्हीकल की कंपनियां नए-नए इनोवेशन के साथ मार्केट में इतिहास रचने को तैयार हैं।
आंकड़ों की बात करें तो इस वक्त भारत की इलेक्ट्रिक व्हीकल का मार्केट 32 बिलियन अमेरिकन डॉलर है जो देश की अर्थव्यवस्था में एक बड़ा हिस्सेदारी है और अब लगातार इलेक्ट्रिक व्हीकल के सभी सेगमेंट शहर से निकाल के गांव में अपनी पैठ बना रहे हैं कार से लेकर बैटरी ई रिक्शा, इ-लोडर जैसे नए-नए मॉडल अब गांव में पहुंच रहे हैं और लोगों के रोजगार में मिल का पत्थर साबित हो रहे हैं। आज बैटरी रिक्शा ग्रामीण परिवेश में आर्थिक रूप से असक्षम लोगों के रोजगार का साधन बन रहा है तो वहीं लघु और मध्यम उद्योग के व्यवसाइयो के लिए भी इलेक्ट्रिक ई लोडर ट्रांसपोर्ट का अच्छा और सस्ता माध्यम बनाकर एक विकल्प के रूप में उभर रहा है
इसी कड़ी में लखनऊ के अयोध्या रोड स्थित डॉल्फिन क्लब में इलेक्ट्रिक ई रिक्शा के क्षेत्र की अग्रणी कंपनी रचना क्रिएशंस ने दो नए मॉडल की लांचिंग की जिसमें प्रदेश भर के इलेक्ट्रिक व्हीकल के डीलर मौजूद रहे।
कंपनी के डायरेक्टर विवेक सिंह, अभय सिंह और रणविजय सिंह ने संयुक्त रूप से बताया कि उनकी कंपनी रचना क्रिएशंस सरकार के महत्वाकांक्षी योजना मिशन शक्ति के तहत महिलाओं को प्रशिक्षण देकर सब्सिडी के आधार पर हर जिले में बैटरी ई रिक्शा उपलब्ध करवाएगी इसके साथ ही साथ स्वरोजगार योजना के अंतर्गत और सक्षम लोगों को रोजगार के उद्देश्य से सब्सिडी के साथ ई रिक्शा उपलब्ध कराया जाएगा।