बसखारी अंबेडकर नगर। बसखारी थाना क्षेत्र के अंतर्गत स्थित रामडीह सराय गढ़ा में हुए मारपीट में चोटिल बालिका की मौत के मामले में एक आरोपी को बसखारी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की उम्र 16 वर्ष होने के कारण उसे बाल सुधार गृह भेज दिया है। जबकि एक आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है। बता दे कि बीते 2 अगस्त को कक्षा 5 में पढ़ने वाले छात्र आर्यन पुत्र सुभाष चंद्र व दिव्यांशु पुत्र विक्रम निवासी रामडीह सराय गढ़ा के बीच स्कूल में विवाद हो गया था।जिस पर आर्यन ने अपनी मां सुनीता देवी को दिव्यांशु के साथ हुए विवाद के बारे में बताया।तो सुनीता देवी व उनकी बेटी खुशबू विक्रम के घर शिकायत करने के लिए पहुंची। आरोप है कि शिकायत के दौरान आलोक पुत्र विक्रम व विजय पुत्र जंग जीत ने सुनीता व बालिका खुशबू(13वर्ष) की लात घूसों से पिटाई कर दी।तत्समय स्थानीय लोगों ने बीच बचाव कर किसी तरह से मामले को शांत कराया। लेकिन 3 अगस्त को अचानक खुशबू की तबीयत बिगड़ने लगी। जिस पर परिजनों ने पहले आजमगढ़ व इसके बाद सीएचसी बसखारी इलाज के लिए ले गए। जहां से उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल में भी बालिका की हालत गंभीर बनी देखकर चिकित्सकों ने मेडिकल कॉलेज सफ्दरपुर के लिए रेफर कर दिया। जहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।वहीं इस मामले में मृतक बालिका के पिता सुभाष चंद्र ने आलोक व विजय के ऊपर आरोप लगाते हुए पुलिस को प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की। प्रार्थना पत्र पर बसखारी पुलिस ने संबंधित धाराओं में दोनों आरोपियो के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।पोस्टमार्टम के बाद रविवार को देर शाम को पुलिस की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी पुलिस ने उप निरीक्षक प्रेम बहादुर यादव के नेतृत्व में सोमवार को विक्रम के घर दबिश देते हुए आलोक को गिरफ्तार न्यायालय में पेश किया।उसकी उम्र 16 वर्ष होने के कारण उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया है। जबकि दूसरा आरोपी विजय कुमार अभी भी पुलिस की पकड़ कर दूर है।इस संदर्भ में थाना प्रभारी निरीक्षक संत कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया है। जबकि दूसरे आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं।