जलालपुर अम्बेडकरनगर। मालीपुर पुलिस की करतूत फिर आई एक बार सामने आई-जहाँ पुलिस ने किशोरी के साथ दुष्कर्म करने वाले के विरुद्ध कार्यवाही करने के बजाय पीडि़त परिवार को परेशान कर जबरन सुलह समझौता करवा लिया गया तथा पति के विरुद्ध आबकारी एक्ट मे मुकदमा दर्जकर दिया गया। पीडिता ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र सौपकर कार्यवाही की मांग किया है।
प्रकरण मालीपुर थानाक्षेत्र के एक गाँव का है। पीड़ित माँ ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र सौपकर मालीपुर पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीते 21मई की रात मेरी नाबालिग पुत्री मेरे साथ सोयी हुई थी तभी मेरी ननद का लड़का किशन आया और मुंह दबाकर जबरन घर के पीछे उठा ले गया और जबरिया दुष्कर्म किया और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गया। पुत्री ने सारी बात अपनी मां से बतायी। ततपश्चात चंडीगढ़ मे रहे पति को भी इस घटना की पूरे वाकया से अवगत कराया गया। 22 मई को सुबह डायल112 पर सूचना दी। सूचना पर पहुचे पीआरवी ने थाने मे लिखित शिकायत करने को कहा। पीड़ित माँ अपने पुत्री के साथ थाना पहुच कर शिकायत किया जहां थानाध्यक्ष ने सिपाहियों को भेजकर जांच कराने को कही। थाना के दो सिपाही बृजेश यादव व विशाल पटेल जांच करने पहुंचे। ततपश्चात थानाध्यक्ष व दोनो सिपाहियों ने हम लोगो को थाना बुलाकर सुलह करने के लिए दबाव बनाने लगी। सुलह न करने पर मेरे बेटे चाहत को थाना के लाकप मे बंद कर दिया गया और कहा कि इसको जेल भेज दिया जायेगा। 23 मई को पति के साथ बुलाया गया जब हम लोग पहुचे तो पति और बेटे के साथ मारपीट कर धमकाया जाने लगा और मेरे पति को थाना मे बैठा लिया गया,इसके बावजूद भी मेरा मुकदमा दर्ज न करने के बजाय पति के विरुद्ध आबकारी एक्ट मे मुकदमा दर्ज कर दिया गया। रात 11.30 बजे सुलहनामा पर हस्ताक्षर कराकर छोडा़ गया। जिसकी सभी रिकार्डिंग थाना मे लगा सीसीटीवी कैमरे मे जांच से पता चल जायेगा। पीडिता ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देकर मामले की जांच कराकर थानाध्यक्ष व सिपाहियों के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए मुकदमा पंजीकृत करने की मांग की है। इस विषय में क्षेत्राधिकारी देवेंद्र मौर्य से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन सम्पर्क नहीं हो सका।