कटेहरी अंबेडकरनगर। मातृ-पितृ भक्ति के प्रतीक श्रवण कुमार की निर्वाण स्थली श्रवण धाम पर अंतरप्रांतीय मेले के दूसरे दिन स्थानीय लोगों की भीड़ उमड़ी। श्रद्धालुओं व मेलार्थियों का उत्साह चरम पर था। हालांकि गत वर्ष की तुलना में भीड़ इस बार कुछ कम दिखी।
मेले में विभिन्न मंदिरों पर श्रद्धालुओं का सैलाब दिनभर उमड़ा रहा। मेले में सुरक्षाकर्मी मुस्तैद रहे मेला परिसर में जगह-जगह जयकारे व आस्था का संचार होता रहा। तमसा के संगम तट पर गंदगी व अव्यवस्था की परवाह किए बगैर श्रद्धालुओं की टोली आचमन, स्नान, दान आदि के बाद मुख्य मंदिर पहुंचकर विधि-विधान से पूजा पाठ व जयकारे के साथ परिक्रमा की। इसके बाद मेले में भीड़ का हिस्सा बन गई। मंदिरों पर साधु-संतों की टोली भजन-कीर्तन में तल्लीन थी।
सामानों की जमकर हुई खरीदारी
लकड़ी और लोहे की दुकानें मेला परिसर में सजी दिखी। महिलाओं ने रसोई समेत अन्य गृहोपयोगी वस्तुओं की खरीददारी की। किसानों ने कृषि यंत्रों, बच्चों ने खिलौनों की खरीदारी कर मस्ती की। लकड़ी के फर्नीचर, चारपाई, तख्त, खजला, जलेबी, चाट समेत अन्य सामानों की खूब बिक्री हुई। युवक-युवतियों ने झूले, मौत का कुआं का लुफ्त उठाया। मेले की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस व पीएसी तैनात की गई है। अग्निशमन, एंबुलेंस, स्वास्थ्य कर्मी कैंप किए हुए हैं। मेला शांतिपूर्वक चल रहा है।