कुमारगंज, अयोध्या। खंडासा मोड़ के पास स्थित अनी मिष्ठान भंडार के संचालक से एक ठग पांच हजार रूपए नकदी पर हाथ साफ कर दिया, दुकानदार की शिकायत पर पुलिस जांच पड़ताल कर रही है। घटना शनिवार सुबह करीब 11 बजे की बताई जा रही है। दुकान संचालक बब्लू जायसवाल ने बताया कि वह अपनी दुकान पर था तभी एक व्यक्ति आया और मुझसे आधा किलो का 40 डिब्बा मिठाई खरीदने के लिए बात की। रेट तय होने के बाद वह व्यक्ति बोला कि बाजार में और भी काम है, आप मीठा पैक कराए तब तक दूसरा काम करके आता हूं। कुछ क्षण बाद ठग व्यक्ति ने दुकानदार से कहा कि मुझे 10 हजार रुपए बंधा नोट चाहिए, आप मुझे दे दें, मैं खुल्ले दे रहा हूं। बेंच पर बैठा एक दूसरे व्यक्ति की तरफ इशारा करते हुए वह कहा कि वह मेरा आदमी बैठा है, मैं बाजार से होकर आता हूं। दुकानदार बब्लू जायसवाल ने बताया कि उसके गल्ले में पांच हजार रुपए थे और वह विश्वास में आकर उस व्यक्ति को पांच हजार रुपए दे दिया।
काफी देर तक जब वह वापस नही आया तब दुकानदार बब्लू जायसवाल को शंका हुई और वह उस व्यक्ति के साथ आए दूसरे व्यक्ति से जो दुकान में कुर्सी पर बैठा था पूछताछ करनी शुरू की। पूछताछ में व्यक्ति ने बताया कि मैं मजदूर हूं। उस व्यक्ति के विषय में कुछ नही जानता हूं। भवानीगढ़ में मुझे गाड़ी से बैठकर काम के लिए कहकर यहां लाए थे। यह सुनकर दुकानदार के पैर के नीचे की जमीन खिसक गई और वह समझ गया कि वह ठगी का शिकार हो चुका है।
घटना स्थल से तीस मीटर दूर रहती है पुलिस की तैनाती
घटना स्थल से करीब तीस मीटर दूर पर पुलिस का हमेशा पहरा रहता हैं थाना प्रभारी, सीओ, एसपी ग्रामीण इत्यादि पुलिस के अधिकारी व कर्मचारी एनएच 330 ए फ्लाइओवर के नीचे ही रुकते हैं। प्रतिदिन कुमारगंज पुलिस के जवान खंडासा मोड पर रात्रि गस्त करते हैं दिन में वाहनों की चेकिंग। क्यों ठग को खाकी का भय नहीं लगा अपने में यह बड़ा सवाल हैं? अब देखने वाली बात होगी कि पुलिस ठग को कितनी जल्दी पकड़कर सलाखों के पीछे भेजती है। घटना की सूचना थाना कुमारगंज की पुलिस को दी गई। खबर पर पहुंची पुलिस दुकानदार से जानकारी हासिल करने के बाद ठग के साथ आए कथित मजदूर को अपने साथ थाना ले गई और आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से ठग तक पहुंचने में जुटी हुई है। वही सूत्रों की माने तो अभी कुछ दिन पूर्व ही बाजार के गिरजामोड़ के पास स्थित एक फल व्यवसाई से भी ठगों ने इसी अंदाज में दस हजार ठग लिया था ।