अंबेडकर नगर । तुम्हारे किरदार के क़िस्से बहुत सुने हैं हमने ।आज तुमसे मिलकर दिल को सुकून मिला ।। चर्चित कवि व मंच संचालक तारकेश्वर मिश्र जिज्ञासु का यह शेर देश एवं समाज को इंसानियत के लिए प्रेरित करता नज़र आ रहा है । पेशे से शिक्षक तारकेश्वर मिश्र जिज्ञासु शैक्षिक गतिविधियों के साथ-साथ कविता एवं साहित्य के प्रति समर्पित रहते हैं । उनके अब तक दर्जनों व्यक्तिगत एवं साझा काव्य संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं । ऑनलाइन एवं ऑफलाइन कवि सम्मेलन में जिज्ञासु काव्य पाठ के साथ-साथ अक्सर संचालक की भूमिका में होते हैं । अब तक कई साहित्यिक एवं सामाजिक संस्थाओं द्वारा पुरस्कृत हो चुके जिज्ञासु को हाल ही में हमारा प्यारा हिंदुस्तान साहित्य संस्था दिल्ली ने विश्व हिंदी दिवस पर आयोजित ऑनलाइन कवि सम्मेलन में शानदार काव्य पाठ प्रस्तुति हेतु श्री रामधारी सिंह दिनकर सम्मान का प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया । जिज्ञासु के सम्मान पर शिक्षकों , कवियों एवं साहित्यकारों ने जिज्ञासु को बधाई व शुभकामनाएं दी ।