अंबेडकर नगर। राज्य स्तरीय महिला हैंडबॉल प्रतियोगिता के आखिरी दिन हुए फाइनल मैच में गोरखपुर ने फैजाबाद को पांच गोल के अन्तर से हराकर ट्राफी पर कब्जा कर लिया। कड़े मुकाबले में गोरखपुर ने 17 गोल तथा अयोध्या की टीम ने 12 गोल किया। इससे पूर्व सेमी फाइनल मुकाबला अयोध्या-वाराणसी और बस्ती-गोरखपुर के बीच हुआ जिसमे गोरखपुर और अयोध्या की टीम द्वारा फाइनल मैच खेला गया। विजेता तथा उप विजेता खिलाड़ियों को डा आनंदेश्वर पांडे महासचिव यूपी हैंडबॉल संघ द्वारा पुरस्कार दिया गया। ,फाइनल मैच का शुभारंभ महासचिव डा अन्नादेश्वर पांडे द्वारा खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर किया गया ,श्री पांडे ने खिलाड़ियों को आगे को भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा खेल से मैत्री भावना का विकाश तो होता ही है साथ ही खिलाड़ी मानसिक,शारीरिक और आर्थिक रूप से भी मजबूत होता है। कार्यक्रम की आयोजक जिला क्रीड़ाधिकारी शीाला भट्टाचार्या ने कार्यक्रम की रूप रेखा प्रस्तुत किया , कार्यक्रम के संयोजक जिला ओलंपिक और हैंडबॉल संघ के महासचिव डा0 हनुमान प्रताप सिंह ने आए हुए अतिथियों ,खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा की एक वर्ष में तीन राज्य स्तरीय खेल कराया गया है जो की किसी जनपद के लिए गौरव की बात है।
उक्त प्रतियोगिता में प्रदेश की 09 मण्डल एवं मेजबान जनपद की टीम प्रतिभाग द्वारा प्रतिभाग किया गया। जिसमें गोरखपुर, लखनऊ, बस्ती, प्रयाराज, वाराणसी, सहारनपुर, अयोध्या, बागपत (मेरठ मण्डल), सोनभद्र (मिर्जापुर), अम्बेडकरनगर टीम ने प्रतिभाग कर अपने जौहर दिखाया।
प्रतियोगिता में कुल 23 रोचक मैच हुए- लीग कम-नाक-आउट बेस पर हुए इस प्रतियोगिता में विजेता गोरखपुर की तरफ से खिलाड़ी समृद्धि सिंह ने 8, आरती यादव ने 5, अनन्या यादव ने 2, मुस्कान, प्रिया ने 1-1 गोल किये वहीं पर उपविजेता अयोध्या की तरफ से खिलाड़ी आराधना ने 5, मोनी चौधरी ने 4, मुस्कान ने 2 व प्रिती ने 1 गोल अपनी टीम के लिए किये। फाइनल मैच में रेफरी की भूमिका में संदीप राय व प्रेम प्रकाश सिंह रहे।
प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका में परमेन्द्र सिंह, अजय श्रीवास्तव, सचिन, नफीस अहमद, हीना खातून, सीमा, नीलम कुमारी, पंकज यादव, पायल, प्रेम प्रकाश सिंह, संदीप पाल एवं विजय थे।
कार्यक्रम को सफल बनाने में हैण्डबाल कोषाध्यक्ष आशाराम वर्मा, जिला व्यायाम शिक्षक मो0 हसन, कार्यक्रम संचालन विजय चन्द मिश्र, अध्यापिका संगीता कन्नौजिया, वन्दना, निधि मिश्रा, बबिता मिश्रा, कार्यालय सहायक अनुपम प्रजापति, एथलेटिक्स प्रशिक्षक सुमेधा यादव, भारोत्तोलन प्रशिक्षक सत्यम सिंह, जीवन रक्षक वीरेन्द्र कुमार निषाद का योगदान रहा।