मिल्कीपुर, अयोध्या। कुमारगंज थाना क्षेत्र के दो अलग-अलग गांव में संदिग्ध परिस्थितियों में लगी भीषण आग से दो दर्जन परिवारों की संपूर्ण गृहस्थी जलकर राख हो गई है। अग्निकांड में जहां एक ओर एक बाइक जलकर नष्ट हुई है, वहीं दूसरी ओर एक गर्भवती गाय की भी जलकर मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के मुताबिक कुमारगंज थाना क्षेत्र स्थित तेंधा गांव में संदिग्ध परिस्थितियों में अपरान्ह करीब 2ः30 बजे लगी भीषण आग से त्रिभुवन पुत्र सीताराम, बुधराम पुत्र जग प्रसाद एवं मूला देवी की संपूर्ण गृहस्थी जलकर नष्ट हो गयी।
अग्निकांड की सूचना ग्राम वासी जिला पंचायत सदस्य बबलू पासी ने अग्निशमन कर्मियों सहित तहसील के प्रशासनिक अधिकारियों को दी। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की दो टीमें मौके पर पहुंची और ग्रामीणों के सहयोग से बेकाबू आग को बुझाने में सफलता प्राप्त कर ली। फायर ब्रिगेड कर्मी उक्त गांव से आग बुझा कर वापस लौटने वाले ही थे कि उन्हें ग्राम पंचायत धनैचा अंतर्गत मेलथुआ गांव में अग्निकांड की सूचना मिली। इसके अलावा ग्रामीणों ने भी अग्निकांड की जानकारी क्षेत्राधिकारी मिल्कीपुर आशुतोष मिश्रा को दी। सूचना मिलते ही सीओ आशुतोष मिश्रा अग्निशमन कर्मियों की टीम के साथ मौके पर पहुंचे और तेज हवाओं के झोंकों के बीच बेकाबू आग को बुझाने में जुट गए। अग्निशमन कर्मियों ने आग का उग्र रूप देख फायर स्टेशन से अग्निशमन दस्तों की 4 टीम और मौके पर बुला ली। चार टीमें ग्रामीणों के साथ आग बुझाने में जुट गई। किंतु जब तक बेकाबू आग को बुझाया जाता तब तक गांव के दो दर्जन परिवारों की संपूर्ण गृहस्थी जलकर नष्ट हो गई। अग्निकांड में तस्लीम की हीरो बाइक भी धू-धू कर जल गई और उनके घर में रखा गैस सिलेंडर भी फट गया। हालांकि आग की लपटों के बीच ग्रामीण दूर से ही आग बुझाने में जुटे थे, जिसके चलते फटे सिलेंडर से बड़ा हादसा होने से बाल-बाल बच गया। अग्निकांड में जमुना प्रसाद यादव के गाय की झुलस कर मौत हो गई है। भीषण अग्निकांड में गांव के बद्री प्रसाद, हौसला, जमुना प्रसाद, नंद राज, देवीदीन, बुधीराम, इदरीश, वसीम, तस्लीम, रहीम, नसीम, जमाल, खलील, अल्लार, अकलीम, सहित दो दर्जन परिवारों की संपूर्ण गृहस्थी जलकर राख हो गई है।
तहसीलदार के फोन रहे घनघनाते, किंतु उन्होंने नहीं उठाए फोन
मिल्कीपुर। कुमारगंज थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत धनैचा अंतर्गत मेलथुआ में संदिग्ध परिस्थितियों में लगी भीषण आग की जानकारी तहसील के प्रशासनिक अधिकारियों को देने के लिए जब ग्रामीणों द्वारा लगातार तहसीलदार के सीयूजी मोबाइल फोन सहित व्यक्तिगत मोबाइल नंबरों फोन किया जाता रहा किंतु उन्होंने फोन उठाना ही मुनासिब नहीं समझा। मौके पर पहुंचे जिला पंचायत सदस्य बबलू पार्टी का आरोप है कि उनके पैतृक गांव में तीन घर अग्निकांड में जल गए थे तहसीलदार हेमंत गुप्ता मौके पर पहुंचे थे वही उन्हें अग्निकांड की जानकारी मिली और उन्होंने तहसीलदार हेमंत गुप्ता से अग्नि पीड़ित गांव चलने के लिए भी कहा, किंतु उन्होंने कहा हमें तहसील जाने दीजिए हमारा लेखपाल मौके पर जाएगा और अपने सरकारी वाहन से सवार होकर वह तहसील चले गए। वहीं दूसरी ओर अग्निकांड की जानकारी पाकर मौके पर पहुंचे आसपास के कई ग्राम प्रधानों तुलसीराम यादव, स्वामी प्रसाद मिश्रा एवं धनैचा ग्राम प्रधान चंदा देवी के पति कृष्ण कुमार जोर जोर से चिल्ला रहे थे कि हम लोगों के गांव में ऐसा लेखपाल तैनात कर दिया गया है, जो कभी भी फोन नहीं उठाता कृष्ण कुमार ने तो यहां तक कहा कि वह बीते 2 वर्षों से अपने गांव में तैनात लेखपाल बलदेव तिवारी को लगातार फोन कर रहे हैं। उनके द्वारा फोन नहीं उठाया जाता। जिससे आजिज होकर मेरे द्वारा उच्चाधिकारियों को शिकायत भी की गई है। किंतु तहसील के अधिकारियों के कान मे जूं तक नहीं रेंगी। जिसके परिणाम स्वरुप गांव में बीते 2 वर्ष से मनरेगा सहित चकरोड पटाई के कार्य पूरी तरह से ठप पड़े हुए हैं।