जलालपुर, अम्बेडकरनगर। नगर व क्षेत्र में ईद-उल-अजहा का पर्व पूरे उत्साह, उल्लास और परम्परागत तरीके से मनाया गया। सुबह से ही मस्जिदों और ईदगाहों में ईद-ए-कुर्बां की नमाज़ अदा करने के लिए नमाज़ियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। नमाज़ के बाद कुर्बानी का सिलसिला शुरू हुआ और लोगों ने एक-दूसरे को गले मिलकर बकरीद की मुबारकबाद दी।
नगर के उर्दू बाजार स्थित जामा मस्जिद में सबसे पहले सुबह साढ़े छह बजे मौलाना नजीबुल्लाह ने नमाज़ अदा कराई और अपने खुत्बे में सच्चाई, इंसानियत और कुर्बानी के जज़्बे पर बल देते हुए लोगों से नेक राह पर चलने की अपील की। इसके बाद मगुराडिला स्थित नयी ईदगाह में कारी मोहम्मद जकरिया तथा वाजिदपुर की पुरानी ईदगाह पर कारी मोहम्मद तैयब ने ईद-उल-अजहा की नमाज़ अदा कराई।
सराय चौक स्थित वक्फ मस्जिद रौज-ए-हज़रत क़ासिम में मौलाना रहबर रज़ा सुल्तानी की कयादत में नमाज़ पढ़ी गई, वहीं जाफराबाद की बड़ी मस्जिद में मौलाना मीसम रज़ा ने नमाज़ अदा कराई। नमाज़ के बाद सभी जगह लोगों ने अमन-ओ-भाईचारे की मिसाल पेश करते हुए एक-दूसरे को गले लगाकर ईद की शुभकामनाएं दीं।
पुरानी ईदगाह के समीप लगे मेले में बच्चों और परिवारों ने झूलों व दुकानों का लुत्फ उठाया। मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में दिन भर दावतों का दौर चलता रहा। विशेष रूप से सेवई, कबाब, बिरयानी जैसे पारंपरिक व्यंजनों का लोगों ने भरपूर आनंद लिया।
त्योहार के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था भी चाक-चौबंद रही। उपजिलाधिकारी पवन कुमार जायसवाल, पुलिस क्षेत्राधिकारी अनूप शुक्ल, कोतवाल संतोष सिंह अपने दल-बल के साथ पूरे दिन नगर में गश्त पर डटे रहे और पर्व को शांतिपूर्वक संपन्न कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ईद-उल-अजहा के इस पावन मौके पर संपूर्ण क्षेत्र में भाईचारा, सौहार्द और शांति का संदेश पूरे दिन गूंजता रहा।