अंबेडकरनगर। जिलाधिकारी अविनाश सिंह द्वारा पर्यटन, आर्थिक संवर्धन एवं ग्राम पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु आकांक्षात्मक विकास खण्ड भियांव के ग्राम पंचायत जगदीशपुर कपिलेश्वर तालाब निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि जगदीशपुर कपिलेश्वर के सरोवर को पक्षी तथा मत्स्य पालन केंद्र के साथ पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है।जलाशय प्राकृतिक धरोहर होते हैं। जल पर ही जीवन निर्भर है। इनकी सुरक्षा करना हम सभी का दायित्व बनता है। जिलाधिकारी द्वारा सरोवरों के कायाकल्प पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इस क्रम में जगदीशपुर कपिलेश्वर मे अमृत सरोवर त्रिस्तरीय महायोजना को जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत तथा ग्राम पंचायत के सहयोग से विकसित किया जा रहा है। अमृत सरोवर के निर्माण से यहां के लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा डीसी मनरेगा तथा खंड विकास अधिकारी को निर्देशित किया गया कि साफ सफाई का विशेष ध्यान दिया जाए। जिलाधिकारी ने वहां पर उपस्थित ग्राम पंचायत की महिलाओं जिसमें समूह की महिलाये भी सम्मिलित रही से वार्ता कर उनकी समस्याओं के बारे में वार्ता किया गया तथा संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि गांव की जो भी समस्याएं हैं उसका निस्तारण गंभीरतापूर्वक जल्द से जल्द किया जाए। इन महिलाओं द्वारा तालाब परिसर में वृक्षारोपण भी किया गया।
इसका उद्देश्य आकांक्षी जिला कार्यक्रम की तर्ज पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 100 विकास खंडों का चयन कराया है। 34 जिलों के यह विकास खंड अन्य विकास खंडों से पीछे हैं। इनके सामाजिक व आर्थिक सुधार के लिए विशिष्ट प्रयास किए जा रहे हैं, जिसमें स्वास्थ्य व पोषण, शिक्षा, कृषि और जल संसाधन, वित्तीय समावेशन, कौशल विकास व आधारभूत संरचना के विभिन्न 75 मानकों पर विकासखंडों का समग्र विकास किया जा रहा हैं। इसके मुख्य घटक स्वास्थ्य और पोषण 30 प्रतिशत, शिक्षा 30 प्रतिशत, कृषि और जल संसाधन 20 प्रतिशत वित्तीय समावेशन और कौशल विकास 10प्रतिशत तथा भौतिक संसाधन 10 प्रतिशत है।