अयोध्या। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में विश्व के 50 देशों के 53 नागरिक भाग लेंगे। अफ्रीका, अरब, अमेरिका, ब्रिटेन, आट्रेलिया, सिंगापुर समेत कई बड़े देशों के नागरिक कार्यक्रम में शामिल होंगे। प्राण प्रतिष्ठा की विधि 16 जनवरी से 21 जनवरी तक चलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्तिथि में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम 22 जनवरी को सम्पन्न होगा। 20 व 21 जनवरी को रामलला के दर्शन नहीं होंगे। गणेश्वर शास्त्री द्रविड व आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित के मार्गदर्शन में 121 आचार्यों द्वारा अनुष्ठान किया जायेगा। 150 से अधिक साधु संतों के संप्रदाय, 50 से अधिक जनजातीय संप्रदाय के संत-महंत प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला का दर्शन करेंगे। प्राण प्रतिष्ठा पूर्ण होने के बाद आमंत्रित जनों को दर्शन करवाने की व्यवस्था की गई है। उक्त बातें राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने बताई।
मैसूर के मूर्तिकार द्वारा बनाई गई मूर्ति होगी स्थापित
उन्होनें बताया कि मैसूर के प्रसिद्ध मूर्तिकार अरुण योगिराज द्वारा रामलला की मूर्ति को 5 वर्षीय बालक का साकार रूप दे दिया गया है। मूर्ति खडे बालक की प्रतिमा है जिसका वजन 1.5 कुण्टल के लगभग है। प्रतिमा की प्रशंसा ट्रस्ट के 11 सदस्यों ने की। विग्रह 17 जनवरी को गर्भगृह में स्थित आसन पर स्थापित होगा। जिसकी प्राण प्रतिष्ठा प्रधानमंत्री के द्वारा की जाएगी। रामानंद संप्रदाय का यह मंदिर देश के सभी सनातनियों का है।
26 से आरएसएस व विहिप के कार्यकर्ता करेंगे दर्शन
उन्होनें बताया कि 26 जनवरी से 23-24 फरवरी तक राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ व विश्व हिन्दू परिषद् के कार्यकर्ता प्रांत स्तर पर दर्शन करेंगे। प्रतिदिन लगभग 4 से 5 हजार कार्यकर्ताओं दर्शन करने की सम्भावना है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि आने वाले सभी कार्यकर्त्ता जिस दिन आये उसी दिन दर्शन प्राप्त कर अपने गंतव्य स्थान को जा सकें।
देश के विभिन्न कोनों से अर्पित की जा रही भेंट
उन्होंने बताया कि कई राज्यों से रत्न, वस्त्र, आभूषण, स्वर्ण, घंटा, नगाड़ा, जल, मिट्टी सहित विभिन्न प्रकार कि भेंट भगवान राम के लिए लोग ला रहे है। भगवान की ससुराल जनकपुरी सीतामढ़ी से भार (ससुराल से आने वाले उपहार) आए है। जिसे फल, मिष्ठान, सोना चांदी के साथ अन्य वस्तुएं भगवान को अर्पित की गई है। भगवान राम के ननिहाल रायपुर छत्तीसगढ़ से विभिन्न उपहार भक्तों द्वारा लाए जा रहे है।
25 राज्यों के वाद्य यंत्रो से गुंजायमान होगा राम मंदिर
उन्होनें बताया कि महोत्सव में 25 राज्य के एक-एक वाद्य यंत्रों का चयन किया गया। जिसकी समधुर ध्वनि से परिवेश सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। सुप्रसिद्ध साहित्यकार यतीन्द्र मिश्र के संयोजन में प्राण प्रतिष्ठा से 2 घंटे पूर्व इन वाद्य यंत्रों से मंगल वादन किया जायेगा।
विभिन्न विधाओं की नामी हस्तियां होगीं प्राण प्रतिष्ठा में शामिल
उन्होंने बताया कि विभिन्न विधाओं की नामी हस्तियां प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मौजूद रहेंगी। खेल, विज्ञान, प्रशासन, न्यायपालिका, साहित्यकार, मूर्तिकार, कलाकार आदि विधाओं में योगदान करने वाली हस्तियां प्राण प्रतिष्ठा के बाद मौजूद रहेंगी।