◆ सबसे ज्यादा चौकाने वाला रहा अयोध्या में भाजपा प्रत्याशी को मिला मत
◆ दरियाबाद व मिल्कीपुर में योगी रैली के बाद भी हारी भाजपा, रुदौली में पार्टी का बुरा हाल
अयोध्या। फैजाबाद लोकसभा में सपा की जीत का सबसे बड़ा आधार बीकापुर विधानसभा बनी। यहां सपा प्रत्याशी भाजपा से करीब 29 हजार मतों से आगे थे। सबसे ज्यादा चौकाने वाला परिणाम अयोध्या विधानसभा का रहा। यहां भाजपा केवल करीब साढ़े 4 हजार मतों से बढ़त ले पायी। दरियाबाद व मिल्कीपुर में योगी की रैली के बाद भी भाजपा को पराजय का मुंह देखना पड़ा। रुदौली में भाजपा का बुरा हाल रहा।
अयोध्या भाजपा का गढ़ मानी जाती रही है। भाजपा के लल्लू सिंह यहां से पांच बार विधायक रह चुके है। 2014 व 2019 में लोकसभा चुनाव में लल्लू सिंह को अयोध्या से अच्छे मत प्राप्त हुए थे। पिछले चुनाव में दरियाबाद विधानसभा ने भाजपा प्रत्याशी को अच्छी बढ़त दिलाई थी तथा बीकापुर में भी भाजपा को अच्छी बढ़त मिली थी। लेकिन 2024 का लोकसभा चुनाव का परिणाम इसके काफी विपरीत आया। भाजपा को बीकापुर विधानसभा में बड़ी हार का सामना करना पड़ा। दरियाबाद व रुदौली में हार जीत का अंतर दस हजार से अधिक का रहा।
करीब 29 हजार मतों से बीकापुर विधानसभा हारी भाजपा
बीकापुर विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी सांसद लल्लू सिंह को बड़ी हार का सामना करना पड़ा। सपा प्रत्याशी अवधेश प्रसाद सोहावल विधानसभा से कई बार विधायक रह चुके है। बाद में हुए नये परिसीमन में सोहावल बीकापुर विधानसभा का हिस्सा बन गया। अवधेश प्रसाद अपने पुराने मतों को सहेजने में कामयाब हो गये। यहां 30 राउन्ड में हुई मतगणना में भाजपा को केवल चार राउन्ड में बढ़त मिल पायी। जिसमें दो राउन्ड में यह बढ़त 100 के नीचे थे। एक राउन्ड में हजार के नीचे भाजपा को यहां से बढ़त मिल पायी थी।
भाजपा को इस बार अयोध्या ने नहीं दिया संजीवनी
लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत का प्रमुख आधार अयोध्या विधानसभा रही है। रामलहर के बाद हुए सभी चुनावों अयोध्या भाजपा को संजीवनी प्रदान करती रही है। लेकिन इस बार अयोध्या के मतदाता भाजपा से नाराज थे। अयोध्या में हुई 29 राउन्ड की मतगणना में केवल 16 राउन्ड में भाजपा प्रत्याशी लल्लू सिंह को जीत मिली। भाजपा ने यहां से महज 4667 मतों से बढ़त हासिल की। भाजपा प्रत्याशी लल्लू सिंह को अयोध्या विधानसभा से 104671 मत व सपा प्रत्याशी अवधेश प्रसाद को 100004 मत मिले। यहां से इतनी कम लीड की अपेक्षा राजनैतिक जानकारों को भी नहीं थी।
मिल्कीपुर में सपा के मतों में नहीं हुआ बिखराव
इस बार मिल्कीपुर में सपा के मतों में बिखराव होने की अपेक्षा भाजपा कर रही थी। मिल्कीपुर पूर्व मंत्री व सपा नेता आनंदसेन यादव का गढ़ माना जाता है। इस बार उन्होंने चुनाव से दूरी बना ली थी। उनके बड़े भाई अरविंद सेन यादव चुनाव मैदान में थे। चुनाव की शुरुआत से यह माना जा रहा था कि अरविंद सेन को मिले सारे वोट समाजवादी पार्टी के होंगे। अरविंद सेन ने लोकसभा चुनाव में 15367 मत प्राप्त किए। जिसमें लोकसभा क्षेत्र की सभी विधानसभा में उन्हें मत मिले। मिल्कीपुर विधानसभा में अरविंद सेन की उतनी बढ़त नहीं रही। जितनी भाजपा अपेक्षा कर रही थी। मिल्कीपुर में हुए 30 राउन्ड में केवल सात में भाजपा ने बढ़त हासिल की। पांच राउन्ड में भाजपा की बढ़त हजार मतों के नीचे रही। यह बढ़त तीन राउन्ड में भाजपा 500 मतों से कम रही। मिल्कीपुर में भाजपा प्रत्याशी लल्लू सिंह को 88819 व सपा प्रत्याशी अवधेश प्रसाद को 95612 मत मिले। जिसमें 6793 अंतर रहा।
दरियाबाद व रुदौली के मतदाताओं ने किया निराश
भाजपा को दरियाबाद व रुदौली के मतदाताओं ने इस बार निराश किया। रुदौली में हुए 29 राउन्ड में भाजपा केवल 9 राउन्ड में आगे रही। जिसमें 6 राउन्ड में भाजपा की बढ़त हजार के नीचे व चार राउन्ड में यह बढ़त 500 के नीचे थी। यहां भाजपा प्रत्याशी को 92410 मत सपा प्रत्याशी को 104113 मत मिले। जिसमें अंतर 11703 का रहा। दरियाबाद विधानसभा में भाजपा केवल 11 राउन्ड में आगे रही। जिसमें 6 राउन्ड में भाजपा एक हजार के नीचे बढ़त हासिल कर सकी। एक राउन्ड में यह बढ़त 100 के नीचे थी। यहां भाजपा प्रत्याशी को 121183 मत व सपा प्रत्याशी को 131277 मत मिले। यहां सपा को 10094 मत भाजपा से ज्यादा मिले।
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