अयोध्या। डेकोरेटेड पोल को लेकर फैलाये जा रही भ्रामक सूचनाओं का महंत गिरीश पति त्रिपाठी ने प्रेसवार्ता के दौरान जवाब दिया। महापौर गिरीश पति त्रिपाठी ने कहा कि डेकोरेटिव पोल को लेकर भ्रम का माहौल बनाया जा रहा है। नकारात्मकता फैलाने वाले पहले अयोध्या आए डेकेरेटिव पोल व यहां के विकास को देखें। उसके बाद ही इसके सम्बंध में कोई बात कहें।
उन्होंने कहा कि अयोध्य धाम के 10 वार्डो में डेकेरिटव पोल लगना था। 71 करोड़ 86 लाख रुपये इसके लिए सेंशन हुए थे। इसमें अभी 2935 पोल लग चुके है। इसमें 12 पोल को लेकर पार्षदों को कुछ समस्याएं थी। जिसको लेकर उन्होंने नगर आयुक्त को ज्ञापन दिया। लेकिन इसको लेकर भ्रम की स्थिति फैलाई जा रही है। इसमें तीन फर्मो को काम सौंपा गया। जिसमें ज्यादातर ने अपना लगभग कार्य पूरा कर लिया है। टेंडर में इन पोल के पांच साल तक अनुरक्षण की शर्त है। अगर पांच साल तक कोई दिक्कत होती है तो उसकी मरम्मत सम्बंधित फर्म को करनी होगी। पोल अभी नगर निगम को हैंड ओवर नही किया गया है। अनुरक्षण अवधि हैंड ओवर के बाद प्रारम्भ होगी।
उन्होंने बताया कि नगर निगम डेकेरेटिव पोल के माध्यम से अच्छी सेवा अयोध्या में दे रहा है। यह पोल अयोध्या के सौन्दर्य में वृद्धि कर रहे है। अयोध्या एक तीर्थ क्षेत्र है। यहां लाईट को धार्मिक रुप दिया गया है। छोटी-छोटी गलियों में भी डेकोरेटिव पोल लगाए जा रहे है। उन्होंने कहा कि 2017 के पहले व आज की अयोध्या की स्थिति में नकारात्मक बात करने वालों को तुलना करनी चाहिए। आज भी नगर क्षेत्र में कमियां हो सकती है। जिनको जनता की अपेक्षानुसार पूरा करने के लिए नगर निगम प्रतिबद्ध है। अगर कही कोई शिकायत आती है तो उसका समयबद्ध निस्तारण होता है।
प्रेस वार्ता के दौरान पार्षद अनुज दास, विनय जायसवाल, रिशु पाण्डेय, अनिकेत यादव, चंदन सिंह, शिव कुमार, अनिल सिंह, संतोष सिंह, उपसभापति जयनारायण सिंह रिंकू, अनूप श्रीवास्तव, निखिल श्रीवास्तव, विकास कुमार, रमाशंकर निषाद, धर्मेन्द्र मिश्र, सुनील यादव, बिजेन्द्र बहादुर सिंह, हरिश्चन्द्र गुप्ता, अंकित त्रिपाठी, प्रियेश दास, किशन कुमार, धर्मेन्द्र सिंह, सौरभ सिंह सूर्यवंशी मौजूद रहे।