अंबेडकर नगर। जनपद के दरवन झील को पर्यटन स्थल एवं पक्षी विहार के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी अविनाश सिंह के प्रयास से मुख्य विकास अधिकारी अनुराज जैन की उपस्थिति में तहसील अकबरपुर के अंतर्गत दरवन झील के सौंदर्यीकरण हेतु दरवन झील में ही विस्तृत कार्ययोजना बनाने के संबंध में बैठक आयोजित किया गया।बैठक के दौरान जिलाधिकारी द्वारा एनटीपीसी से बाढ़ निर्माण के बारे में चर्चा, कृषि विभाग से फसल की उपज के बारे चर्चा, झीलों की साफ सफाई के बारे में चर्चा, गेस्ट हाउस, बंधे का निर्माण तथा साथ ही साथ अन्य बिंदुओं पर चर्चा किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि छोटे-छोटे तालाबों को बंध बना करके मछली पालन किया जा रहा है।उसे बड़े झील के रूप में विकसित कर मछली पालन किए जाने के कार्य योजना बना कर मछली पालन करने के निर्देश दिए गए। बैठक के दौरान जिलाधिकारी द्वारा दरवन झील का निरीक्षण भी किया गया। यह दरवन झील जिले की अकबरपुर तहसील में स्थित एक झील है।अकबरपुर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत 300 एकड़ से अधिक क्षेत्रफल में फैली दरवन झील मुख्य रूप से ग्राम पंचायत दरवान, हठपाकर और चांदपुर जलालपुर क्षेत्र में फैली हुई है। यह एक प्राकृतिक झील है।यह झील विभिन्न क्षेत्रों से पानी एकत्र करने के साथ साथ आसपास ग्रामों के लिए सिंचाई का मुख्य स्रोत भी है। इसके अतिरिक्त सर्दियों के मौसम में इस झील में बड़ी संख्या में दुर्लभ प्रजाति के प्रवासी पक्षी आते हैं जो यहाँ की प्रमुख विशेषता है। साइबेरियन पक्षियों के साथ ही अन्य विदेशी पक्षी भी यहाँ देखे जा सकते हैं। इस प्रकार यह झील पशु-पक्षियों के संरक्षण की दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण हैं। अयोध्या से इसकी दूरी लगभग 30 किलोमीटर है।अयोध्या अंबेडकर नगर मुख्य मार्ग से लगभग दरवन झील की दूरी 2 किलोमीटर है।अयोध्या में श्री राम मंदिर बनने के उपरांत निकट भविष्य में यहां पर भारी संख्या में पर्यटकों के आने की असीम संभावना है।बैठक के दौरान जिलाधिकारी द्वारा लोगों से अपील किया गया कि झील की साफ सफाई में सहयोग करें। जिलाधिकारी द्वारा पक्षियों को संरक्षण देने के लिए आसपास के ग्राम वासियों से अपील किया गया कि सर्दियों के मौसम में प्रवासी पक्षी आते हैं पक्षियों को संरक्षण दिया जाए। बैठक के दौरान मौके पर अधिशाषी अभियंता पीडब्ल्यूडी, अधिशाषी अभियंता नहर विभाग, उप जिलाधिकारी अकबरपुर, तहसीलदार अकबरपुर, खण्ड विकास अधिकारी कटेहरी, ग्रामीण तथा संबंधित विभाग के अधिकारी/ कर्मचारी उपस्थित रहे।
पूर्व में जिलाधिकारी के प्रयास से पुंथर झील का जीर्णोद्धार किया जा चुका है जिसे वर्तमान में लगभग एक लाख से अधिक की आय हो रही है और स्थानीय लोगों को रोजगार व आमजन के लिए पर्यटक स्थल विकसित किया जा चुका है।