अंबेडकर नगर। जिलाधिकारी अविनाश सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में नशा मुक्त अभियान के संबंध में बैठक आयोजित किया गया। बैठक के दौरान उपस्थित सभी सदस्यगण से विचार विमर्श से यह तथ्य प्रकाश में आया कि कतिपय दवाईयों यथा कोडीन युक्त कफ सिरफ और ट्रेमेडाल जैसे दर्द निवारक दवाईयों का युवाओं द्वारा नशे के रूप मे दुरूपयोग किया जाता है, जिस पर प्रभावी निगरानी करने हेतु औषधि विभाग को जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि नारकोटिक्स युक्त औषधियों की ब्रिकी की निगरानी हेतु समस्त औषधि दुकानों पर सीसीटीवी कैमरा लगवाये। कैमरा क्रियाशील हो और कम से कम एक माह का बैकअप उसके डीवीआर मे अवश्य हों। औषधि निरीक्षक को निर्देशित किया गया कि समस्त दवा विक्रेताओ को इस आशय का बोर्ड लगाने हेतु निर्देश दे कि नारकोटिक्स युक्त औषधियों का अनाधिकृत व्यक्तियों को विक्रय किया जाना दण्डनीय अपराध है। जनपद के स्कूल कॉलेजो के आस पास खाँसी की दवाओ को नशे के रूप मे प्रयोग किये जाने की रोकथाम हेतु कफ सीरप की मात्रा को नियत्रित किये जाने की पूर्ण जिम्मेदारी औषधि निरीक्षक की होगी औषधि निरीक्षक को निर्देशित किया गया कि औषधीय दुकानो पर नारकोटिक्स युक्त दवाओं का दुरूपयोग पाये जाने पर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, जिला अफीम अधिकारी, आबकारी अधिकारी व पुलिस विभाग को सुचित कर कठोरतम कार्यवाही सुनिश्चित की जाय। बैठक के दौरान अपर पुलिस अधीक्षक संजय राय, आबकारी अधिकारी, तथा संबंधित विभाग के अधिकारी /कर्मचारी मौके पर उपस्थित रहे।