◆ मास्टर प्लान 2031 के तहत रामनगरी बनेगी विश्वस्तरीय पर्यटन नगरी
अयोध्या। अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) ने शहर के योजनाबद्ध विकास के लिए फेज-2 के तहत मास्टर प्लान तैयार किया है, जिसमें 873 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को शामिल किया गया है। इस विस्तारित क्षेत्र में अयोध्या नगर निगम, नगर पंचायत भदरसा, नगर पालिका परिषद नवाबगंज (गोंडा) अयोध्या जिले के 154 गांव, बस्ती जिले के 126 गांव और गोंडा जिले के 63 गांव समेत कुल 343 गांव शामिल हैं। इस मास्टर प्लान का उद्देश्य अयोध्या में प्राप्त हो रहे निवेश को धरातल पर उतारना और शहर को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करना है।
अमृत योजना के तहत पहले फेज-1 में अयोध्या नगर निगम और इसके समीप के 65 गांवों को मिलाकर 133 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र के लिए जीआईएस आधारित मास्टर प्लान तैयार किया गया था, जिसे सरकार ने अनुमोदित किया। यह योजना लगभग 11 लाख जनसंख्या को ध्यान में रखकर बनाई गई थी। अब विस्तारित मास्टर प्लान 2031 में फेज -2 के तहत अयोध्या के आसपास के जिलों के 189 गांवों को शामिल कर क्षेत्र को 873 वर्ग किलोमीटर तक बढ़ाया गया है। प्राधिकरण ने अयोध्या को आधुनिक सुविधाओं से युक्त पर्यटन नगरी बनाने का खाका खींचा है। इसमें विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा, बेहतर कनेक्टिविटी, होटल, रिसॉर्ट, और सांस्कृतिक केंद्रों का विकास शामिल है।
मास्टर प्लान में विस्तारित क्षेत्रों की जनसंख्या 14 लाख
विस्तारित क्षेत्र के लिए जनसंख्या का प्रक्षेपण कार्य अब पूरा कर लिया गया है, जिसका अनुमानित जनसंख्या प्रक्षेपण 2031 लगभग 14 लाख है। वर्तमान भू-उपयोग सर्वेक्षण कार्य भी पूरा कर लिया गया है। वर्ष 2031 की अनुमानित जनसंख्या के आधार पर तथा नियोजन मानकों एवं सरकारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, आवासीय, वाणिज्यिक, औद्योगिक, सार्वजनिक एवं अर्दध-सरकारी सुविधाओं तथा अन्य भू-उपयोग का प्रक्षेपण किया गया है।
एक माह के लिए आपत्तियों की लगी प्रदर्शनी
प्राधिकरण बोर्ड से अनुमोदन प्राप्त करने के बाद अयोध्या मास्टर प्लान 2031 को सरकार द्वारा नियुक्त शासकीय समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया। समिति से अनुमोदन प्राप्त होने के उपरांत 25 अप्रैल से 24 मई 2025 तक अयोध्या विकास प्राधिकरण कार्यालय, नगर पंचायत भदरसा (अयोध्या) एवं नगर पालिका परिषद नवाबगंज (गोंडा) में आम जनता एवं हितधारकों से आपत्तियां सुझाव आमंत्रित करने हेतु प्रदर्शनी आयोजित की गई है।
आपत्तियों को अनुमोदन के लिए राज्य सरकार के समक्ष किया जाएगा प्रस्तुत
अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अश्वनी पांडेय ने बताया कि प्राप्त आपतियों/सुझावों के निस्तारण के पश्चात, ‘अयोध्या मास्टर प्लान 2031 को राज्य सरकार को अंतिम अनुमोदन के लिए प्रस्तुत किया जाएगा।