अम्बेडकर नगर। चैत्र माह शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा पर नव संवत्सर के साथ बुधवार से वासंतिक नवरात्र की शुरूवात होगी। इस बार नवरात्री नौ दिनों का होगा इसी दिन हिन्दू नववर्ष भी आरंभ होगा। वासंतिक नवरात्र के लिए बुधवार को शुभ मुर्हत में कलश स्थापना होगी। जिले के सभी देवी मंदिरों की साफ सफाई कर भक्तों द्वारा सजा दिया गया है। वहीं नवरात्री के एक दिन पूर्व कलश, धूप, दीप, चुनरी वा व्रत में खाने वाले सामानों को खरीदने के लिए दुकानों पर लोगों की भीड़ लगी रही।
विदेशी सरजमीं मारीशस में धर्म ध्वजा लहरा रहे ज्योतिषाचार्य राकेश पांडेय ने बताया कि चैत्र नवरात्र इस वर्ष पूरे नौ दिनों का होगा। इस बार तीन सर्वार्थ सिद्धि, तीन रवि योग, दो अमृत सिद्धि योग और गुरु पुष्य का संयोग बन रहा है। शक्ति की आराधना का महापर्व चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से शुरू होगा। मां भगवती की आराधना के साथ नवसंवत्सर “नल”की भी शुरुआत हो जाएगी। इस बार नवरात्र में चार योग का महासंयोग बन रहा है। व्रत और पूजन के लिए नौ दिन मिलेंगे। इस बार मां भगवती का आगमन नौका और प्रस्थान डोले पर होगा।
आचार्य राकेश पांडेय जी ने बताया कि सर्वार्थ सिद्धि योग 23, 27 और 30 मार्च को लगेगा। अमृत सिद्धि योग 27 व 30 मार्च को और रवि योग 24, 26 व 29 मार्च को लगेगा। नवरात्रि के अंतिम दिन रामनवमी पर गुरु पुष्य योग का महासंयोग बन रहा है।
चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर नौ दुर्गा के साथ ही नौ गौरी की पूजा का विधान है। 22 मार्च को प्रथम शैलपुत्री की पूजा के साथ ही घट स्थापना किया जाएगा।
30 मार्च गुरुवार को महागौरी की पूजा के साथ ही राम नवमी भी मनाई जाएगी। नवरात्रि का पारण 31 मार्च को होगा। दुर्गा सप्तशती के अनुसार नवरात्र बुधवार से शुरू हो रहा है। ऐसे में माता का आगमन नौका पर होगा जो फसल, धन-धान्य और विकास के लिए काफी लाभदायक रहेगा।