इलेक्ट्रिक बसों के खरीद के लिए मिलेगी 20 लाख की सब्सिडी
बसों के संचालन की किया शुरुआत, महिलाएं भी होगी चालक व परिचालक
अयोध्या। राम कथा पार्क से मिशन महिला सारथी को लॉन्च करते हुए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी में बस स्टेशन भी एयरपोर्ट की तर्ज पर बनेंगे। इसके लिए कार्य प्रारंभ हो गया है। अब टेक्नोलॉजी का उपयोग कर हम डीजल से इलेक्ट्रिक बस की तरफ जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति इलेक्ट्रिक बसों को खरीदना चाहेगा । उसे 20 लाख रुपए की सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। बसों का इस्तेमाल स्कूल बस, परिवहन निगम में अनुबंध करने व सिटी बस सेवा के लिए किया जा सकता है। इसके लिए रूट भी बनाया जाएगा। परिवहन निगम व नगर विकास चार्जिंग स्टेशन भी उपलब्ध कराएगा।
उन्होंने कहा कि शारदीय नवरात्र की अष्टमी तिथि को मिशन शक्ति से जोड़कर मिशन महिला सारथी लॉन्च की जा रही है। इसके तहत 51 बसें चलेंगी। चालक व परिचालक महिलाएं भी होंगी। पहले यह माना जाता था कि महिलाएं यह काम नहीं कर सकती है, महिलाएं स्वावलंबी होगी । उनका सम्मान होगा। वे आत्मनिर्भर होंगी । तभी सर्वांगीण विकास ऊंचाइयों को छूते हुए होगा । मिशन शक्ति के चतुर्थ चरण को आगे बढ़ने का कार्य किया जा रहा है। अब तक उत्तर प्रदेश पुलिस और शासन के अन्य विभागों ने डेढ़ लाख से अधिक बेटियों को सेवाएं दी है। लेकिन परिवहन निगम की बसों में चालक और परिचालक बनने का सपना भी साकार हुआ। बेटियां अब तो फाइटर पायलट भी बन चुकी है। परिवहन निगम की पहली बस आजादी से पूर्व मई 1947 में चल चुकी थी। पहले परिवहन का एक मात्र साधन परिवहन निगम की बसें होती थी।
उन्होंने कहा कि परिवहन निगम के कार्य को हमने कुंभ में देखा। जब वैश्विक महामारी कोरोना आई तो 40 लाख लोग जो अलग-अलग राज्यों से विस्थापित थे। तब परिवहन निगम ने इस चुनौती को स्वीकार किया। 11 -12 चालक परिचारक बॉर्डर पर डट गए । लोगों को घर तक पहुंचाने का कार्य परिवहन निगम ने किया। जब कोटा राजस्थान में उत्तर प्रदेश के 14 हजार व उत्तराखंड के 4 हजार बच्चे फंस गए तो 500 बसें परिवहन निगम के भेज कर इनको सुरक्षित लाने का कार्य किया । आज यही बच्चे अभ्युदय कोचिंग से जुड़े है। 51 बसों के लिए 400 करोड रुपए दिया है। इससे अच्छी इलेक्ट्रिक बसें भी आएगी।