◆ कार्यक्रम में सीएम ने 30 करोड़ की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और 48 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का किया शिलान्यास
◆ कुमारगंज में आयोजित रोजगार मेला और युवा सम्मेलन में बड़ी संख्या में युवाओं को नियुक्ति पत्र और छात्र-छात्राओं को टैबलेट वितरित किए
कुमारगंज, अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अयोध्या के कुमारगंज में आयोजित जनपद स्तरीय वृहद रोजगार मेला और युवा सम्मेलन में बड़ी संख्या में युवाओं को नियुक्ति पत्र और छात्र-छात्राओं को टैबलेट व स्मार्टफोन वितरित किए। इस अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि हमारा युवा, हमारी प्रगति और भारत के सशक्तिकरण का माध्यम है। जब सरकार सकारात्मक होती है, आपकी भावनाओं को समझने वाली होती है तो नौकरी की कमी नहीं होती है।
अपने संबोधन के दौरान जहां सीएम योगी ने प्रदेश के नौजवानों की हौसला अफजाई की। कोलकाता, अयोध्या और कन्नौज में बेटियों के साथ हुई दुष्कर्म की घटनाओं का साथ ही फेक न्यूज के माध्यम से अयोध्यावासियों को कठघरे में खड़ा करने वाले विपक्षी नेताओं पर जोरदार हमला भी किया। इससे पूर्व सीएम योगी ने रोजगार मेले में सम्मिलित छात्रों से मुलाकात कर उनसे बातचीत की। कार्यक्रम में सीएम योगी ने लगभग 30 करोड़ रुपए की विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और लगभग 48 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया।
गरीब, किसान, युवा और महिला के लिए समर्पित है सरकार
सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्पष्ट कहना है कि उनके लिए देश में सिर्फ चार जातियां हैं, जिनके सशक्तिकरण के लिए हमें काम करना है। एक गरीब की, दूसरी अन्नदाता किसान की, तीसरी युवा और चौथी आधी आबादी यानी नारी की। गरीबी उन्मूलन की दिशा में जीरो पावर्टी के लक्ष्य को हम प्राप्त कर सकें, डबल इंजन की सरकार इस पर कार्य कर रही है। अन्नदाता किसान समृद्ध हो, उसकी आमदनी बढ़ सके, कृषि और प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय, कृषि वैज्ञानिक और प्रगतिशील किसान मिलकर उसके लिए प्रयास कर रहे हैं। हमारा युवा तकनीकी रूप से सक्षम बनकर अपनी प्रतिभा और अपनी ऊर्जा का लाभ राष्ट्रनिर्माण के अभियान में कर सके, इसके लिए उस युवा को रोजगार मिले, उसका कौशल विकास हो, उसे तकनीकी रूप से सक्षम बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्धता से नए-नए कार्यक्रम ला रही है। नारी सशक्तिकरण के लिए भी लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। बेटी पढ़ाओ बेटी बढ़ाओ के साथ ही अलग-अलग क्षेत्र में जो प्रयास प्रारंभ हुए हैं, उसके परिणाम आज देखने को मिल रहे हैं।
महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करने वालों को बेटियां ही लगाएंगी ठिकाने
उन्होंने आज से सात वर्ष पहले उत्तर प्रदेश में क्या हालात थे। हर तीसरे दिन दंगा होता था, पर्व और त्योहार शांति से नहीं मना सकते थे, बेटी और व्यापारी दोनों की सुरक्षा खतरे में रहती थी, प्रदेश में माफियाराज और जंगलराज जैसी स्थिति थी। पिछले सात वर्षों में प्रदेश ने अपना परसेप्शन बदला है। आज उत्तर प्रदेश सुरक्षा और कानून व्यवस्था का मॉडल तो बना ही है, निवेश का ड्रीम डेस्टिनेशन बनकर देश और दुनिया के निवेश को आकर्षित करने में सक्षम हुआ है। प्रदेश में जो निवेश आ रहा है इसका परिणाम है कि लाखों युवाओं को नौकरी उनके गांव और उनके घर में देने में सफलता मिली है। इस निवेश के माध्यम से अब तक एक करोड़ 62 लाख नौजवान रोजगार प्राप्त कर चुके हैं। स्वरोजगार के लिए वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट की योजना, विश्वकर्मा श्रम सम्मान, पीएम विश्वकर्मा, पीएम स्वनिधि, पीएम स्वरोजगार की योजना के साथ ही प्रधानमंत्री मुद्रा योजना ने भी आर्थिक स्वावलंबन का मार्ग प्रशस्त किया है। इन्हीं कार्यक्रमों की श्रंखला में प्रदेश सरकार ने साढ़े 6 लाख नौजवानों को सरकारी नौकरी देने में भी सफलता प्राप्त की है। पुलिस भर्ती परीक्षा के बारे में सीएम योगी ने कहा कि 23,24,25 और फिर 30 व 31 अगस्त को पुलिस भर्ती परीक्षा की प्रक्रिया आगे बढ़ रही है, जिसमें 60 हजार नौजवानों की हम भर्ती करने जा रहे हैं। इतनी बड़ी भर्ती उत्तर प्रदेश के इतिहास में कभी नहीं हुई। इसके तहत 20 फीसदी सीटें ऐसी होंगी, जिसमें सिर्फ बेटियां भर्ती होंगी। बेटियों की भर्ती इसलिए कर रहे हैं ताकि सड़क और चौराहों पर महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करने वाले शोहदों को ये बेटियां ठिकाने लगाने का काम कर सकें।
ये वही लोग हैं जो कहते थे कि लड़के हैं गलती कर देते हैं – सीएम योगी
दुष्कर्मियों के समर्थन के लिए सीएम योगी ने समाजवादी पार्टी और विपक्षी दलों के नेताओं पर करारा हमला किया। उन्होंने कहा कि एक तरफ मोदी जी बेटी पढ़ाओ बेटी बढ़ाओ के साथ आगे बढ़ रहे हैं। नारी शक्ति वंदन अधिनियम के माध्यम से देश की संसद में और प्रदेश की विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण सुनिश्चित कर रहे हैं तो दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के नेता कोलकाता में एक डॉक्टर के साथ सामूहिक दुष्कर्म को अंजाम देने वाले दुष्कर्मियों का समर्थन कर रहे हैं। तनिक तो शर्म करनी चाहिए। संस्कार कभी समाप्त नहीं होते। ये वही लोग हैं जो कहते थे कि लड़के हैं गलती कर देते हैं। ये वही लोग हैं, जिन्होंने इसी अयोध्या में एक गरीब अति पिछड़ी जाति की बालिका के साथ हुए रेप की घटना पर बड़ी बेशर्मी के साथ उन अपराधियों को बचाने का काम किया था। इनके एक नेता कन्नौज में भी ऐसे ही मामले में पकड़े गए। लखनऊ में भी एक बेटी को बारिश के पानी में गिराने वाले अपराधियों के समर्थन में सपा के मुखिया खड़े हो गए। ऐसा लगता है कि इनकी पार्टी का चरित्र ही ऐसा हो गया है। इनकी ये आदत छुड़ाने के लिए कानून भी है और कानून का डंडा भी है। इन्होंने हर दुष्कर्मी और अपराधी को निर्दोष साबित करना अपने जीवन का लक्ष्य मान लिया है। ये यूपी में नहीं हो पाएगा।
युवाओं के साथ कोई अन्याय नहीं कर पाएगा
2017 से पहले नौकरियों में भ्रष्टाचार का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जब विपक्षी दलों की सत्ता थी तब ये युवाओं के हकों में भी ऐसे ही डकैती डालते थे। याद करिये तब हर नियुक्तियां विवादित होती थी, युवाओं के साथ अन्याय होता था, बिना पैसे कोई नियुक्ति नहीं हो सकती थी, नौकरी में भी भेदभाव होता था, कोर्ट को हस्तक्षेप करना पड़ता था। आज हम कह सकते हैं कि साढ़े 6 लाख नौजवानों को नौकरी दी और इसकी शुचिता और पारदर्शिता पर कोई प्रश्न नहीं खड़ा कर सकता है। आगे भी हम कहेंगे कि चिंता मत करिए डबल इंजन की भाजपा सरकार है, यहां युवाओं के साथ कोई अन्याय नहीं कर पाएगा। यदि किसी ने युवाओं के जीवन के साथ खिलवाड़ किया तो उस व्यक्ति की पूरी प्रापर्टी को जब्त करके गरीबों के लिए आवास बनाने का काम करेंगे। उत्तर प्रदेश बदल चुका है। नए भारत का नया उत्तर प्रदेश 25 करोड़ की जनता को विकास की मुख्य धारा से जोड़कर उनके जीवन में परिवर्तन लाना चाहता है। परिवर्तन के इसी अभियान को आगे बढ़ाने ने के लिए, युवाओं की क्षमता और उनकी ऊर्जा का लाभ देश के विकास में लगाने और उत्तर प्रदेश को देश का ग्रोथ इंजन बनाने के लिए आपको इस रोजगार मेला के माध्यम से आपको जोड़ने के लिए यहां आए हैं.
मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना से 50 लाख युवाओं को मिलेगी नौकरी की गारंटी
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना लेकर आई है। इसके तहत 10 लाख एमएसएमई यूनिट लगाने के लिए बड़ी कार्ययोजना को आगे बढ़ाया जा रहा है। जो भी युवा इससे जुड़ना चाहेगा, उसका प्रशिक्षण कराने के साथ ही पहले चरण में 5 लाख रुपए का ब्याजमुक्त ऋण उसको उपलब्ध कराने का कार्य सरकार करेगी। हम उसको डिजिटल पेमेंट के साथ जोड़ेंगे। इसके अंतर्गत दस लाख एमएसएमई यूनिट लगेंगी और 50 लाख युवाओं को नौकरी की गारंटी मिलेगी। इसके साथ ही जो युवा स्नातक, परास्नातक, आईटीआई, पॉलीटेक्निक या इंजीनियरिंग कर रहे हैं, उन्हें एक निश्चित मानदेय के साथ अप्रेंटिसशिप से जोड़ेंगे। इसमें आधा मानदेय वो इकाई देगी और आधा सरकार उपलब्ध कराएगी। इसके अतिरिक्त सरकार ने किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए हर जनपद में अभ्युदय कोचिंग की व्यवस्था प्रारंभ की है। यह वर्चुअली भी और फिजिकली भी गाइडेंस का एक माध्यम बन रही है। आज जितनी भी नौकरियां निकल रही हैं, उनमें अभ्युदय कोचिंग से जिन छात्रों ने गाइडेंस ली है, बड़ी संख्या में वो सफलता प्राप्त कर रहे हैं।
अयोध्या को बदनाम करने वाले वही लोग हैं जिन्होंने अयोध्या को लहुलुहान किया था
अयोध्या को बदनाम करने की साजिश पर सीएम योगी ने कहा कि आज अयोध्या बदल रही है। हमारा अयोध्या धाम जो पिछली सरकारों के कृत्यों के कारण अभिशप्त सा हो गया था, आज वही विकास का एक मॉडल प्रस्तुत कर रहा है। पहले कितनी संकरी गलियां होती थीं, आज यह फोर लेन से जुड़ गया है। यहां के मार्ग, एयरपोर्ट दुनिया को आकर्षित कर रहे हैं। जिन लोगों को अयोध्या का ये विकास अच्छा नहीं लगता, उन्होंने सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार करना शुरू कर दिया है। ऐसे लोगों की बुद्धि और विवेक पर ही संदेह होता है। ये लोग फेक न्यूज फैलाकर अयोध्या की जनता को कठघरे में खड़ा करने का प्रयास करते हैं। अयोध्या को बदनाम करने वाले वही लोग हैं जिन्होंने अयोध्या को लहुलुहान किया था।
इस अवसर पर कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल, खेल एवं युवा कल्याण राज्य मंत्री गिरीश चंद्र यादव, चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के मंत्री मयंकेश्वर शरण, खाद्य एवं रसद विभाग के मंत्री सतीश चंद्र शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह, महापौर गिरीश पति त्रिपाठी, विधायक राम चंद्र यादव, वेद प्रकाश गुप्ता, अमित सिंह चौहान, पूर्व सांसद लल्लू सिंह, भाजपा के जिलाध्यक्ष संजीव सिंह, महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव, पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा, आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विजेंद्र सिंह, प्रमुख सचिव कार्मिक एवं नियुक्ति विभाग एम देवराज, विश्वविद्यालय के आचार्यगण और छात्रगण उपस्थित रहे।