◆ चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगा परिजनो ने किया सड़क जाम
बसखरी अंबेडकर नगर। स्थानीय थाना क्षेत्र में स्थित एक निजी अस्पताल की लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। निजी चिकित्सालय में प्रसव करने के लिए आई महिला एवं नवजात शिशु की मौत हो गई। दोनों की मौत से आक्रोशित परिजन एवं मौके पर पहुंचे सैकड़ो ग्रामीणों ने निजी अस्पताल के चिकित्सकों एवं स्टाफ नर्स के ऊपर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शव को सड़क पर रखकर विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।
वहीं इसी बीच अस्पताल में तैनात चिकित्सक, स्टाफ नर्स व सारे स्टाफ मौका पाकर नदारत हो गए। पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी निरीक्षक संत कुमार सिंह ने जाम हटवाने के लिए लोगों को समझाने बुझाने का प्रयास किया। लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल पाई थीं । स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कई थानों के थाना अध्यक्षों के साथ उप जिलाधिकारी टांडा एवं क्षेत्राधिकार ने पहुंचकर लोगों को समझा बूझकर उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाते हुए किसी तरीके से जाम को हटाने में सफलता पाई। मामला बसखारी थाना क्षेत्र के अकबरपुर बसखारी रोड पर स्थित आयुष मल्टीप्ल हॉस्पिटल बसखारी से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। जहां पर शनिवार को छांगुर पुर मिश्रौलिया निवासिनी रीना देवी उम्र लगभग 24 वर्ष पत्नी राजन को प्रसव पीड़ा के चलते भर्ती कराया गया था। ऑपरेशन से प्रसव करने की बात कर चिकित्सकों ने प्रसव पीड़िता के परिजनों से ऑपरेशन के नाम पर 60000 रुपए जमा करवाकर रविवार को ऑपरेशन कर प्रसव कराया।
इसके कुछ देर बाद नवजात शिशु की मौत हो गई , जिसे अस्पताल के कर्मचारियो ने परिजनों के सुपुर्द कर दिया।मृत नवजात शिशु की अंत्येष्टि करने के बाद अस्पताल में लौटे परिजनों को प्रसूता रंजना की भी मौत की खबर मिली। वही दोनों की मौत सुनकर परिजन आक्रोशित हो गए। और सैकड़ो ग्रामीणों के साथ शव को सड़क पर रखकर बसखारी अकबरपुर राजमार्ग को जाम कर दिया। इधर अस्पताल के चिकित्सक ,स्टाफ नर्स एवं सारे स्टाफ मौका देखकर गायब हो गये। बसखारी थाना अध्यक्ष संत कुमार सिंह भी पुलिस बल के साथ पहुंच गए। लेकिन उन्हें जाम हटवाने में सफलता नहीं मिल पाई। 3 घंटे तक रहे सड़क जाम एवं विरोध प्रदर्शन को देखते हुए थानाध्यक्ष संमनपुर राजेश सिंह, जलालपुर संतोष कुमार, काटका यादवेंद्र सोनकर, आलापुर राकेश कुमार, हंसवर सुनील कुमार पांडे, महिला थाना अध्यक्ष प्रियंका पांडे भी सुरक्षा व्यवस्था को संभालने के लिए मौके पर पहुंच गई। इसके बाद उप जिलाधिकारी टांडा मोहन लाल गुप्ता एवं क्षेत्राधिकार सुरेश कुमार मिश्रा ने मौके पर पहुंचकर उचित कार्रवाई करने का भरोसा दिलाते हुए किसी तरह से लोगो को समझा बूझकर सड़क जाम से लोगों को मुक्ति दिलाई। वही इस मामले में बसखारी पुलिस ने आयुष मल्टीप्ल हॉस्पिटल के कार्यरत चिकित्सक फूलचंद मौर्य के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कर मृतक प्रसुता के शव का पंचनामा भरवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस संदर्भ में थाना प्रभारी निरीक्षक संत कुमार सिंह ने बताया कि चिकित्सक के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। आगे की अन्य कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
स्वास्थ्य महकमे ने अस्पताल को किया सील
उधर मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला स्वास्थ्य अधिकारी राजकुमार के निर्देश पर अपर सीएमओ डॉ रामानंद स्वास्थ्य टीम के साथ मौके पर पहुंच गए और आयुष मल्टीप्ल हॉस्पिटल को सील करने की कार्रवाई शुरू कर दी। जिला चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राजकुमार ने बताया कि आयुष मल्टीप्ल हॉस्पिटल अवैध रूप से संचालित था। जिसको पूरी तरीके से सील कर इसके विरुद्ध अन्य कार्रवाई की जा रही है।वहीं पर परिजनों ने आरोप लगाया है कि प्रसूता की मौत भी नवजात शीशु के साथ हो गई थी। लेकिन अस्पताल प्रबंधन तंत्र ने उसे छुपाए रखा और परिजनों को गुमराह करते हुए मरीज की स्थिति गंभीर होने का हवाला देकर अपने निजी एंबुलेंस से जिला अस्पताल भिजवाया जहां से जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने मेडिकल कॉलेज सदरपुर के लिए भेज दिया। मेडिकल कॉलेज पहुंचने पर चिकित्सकों ने बताया कि प्रसूता की मौत पहले ही हो चुकी है।