जलालपुर अंबेडकर नगर। लाखों रुपए की लागत से गांव में बना ग्राम सचिवालय ग्रामीणों के लिए सिर्फ छलावा साबित हो रहा है। ग्रामीणों को अपने कार्यों के लिए ब्लॉक मुख्यालय तक दौड़ लगानी पड़ रही है। सरकार द्वारा प्रत्येक ग्राम पंचायत में लाखों रुपए की लागत से ग्राम सचिवालय का निर्माण कराया गया और यहां अधिकारियों के बैठने के लिए समय भी निश्चित किया गया ताकि ग्रामीणों को अपने कार्यों के लिए भाग दौड़ ना करना पड़े और सुगमता से ही ग्राम सचिवालय पर कार्य हो जाए लेकिन अधिकारी सरकार की मंशा पर पानी फेरते हुए नजर आ रहे हैं । इन अधिकारियों के न बैठने से ग्रामीणों को अपने कार्य करवाने के लिए ब्लॉक मुख्यालय का चक्कर लगाना पड़ता है और बड़ी मुश्किल के बाद मुलाकात होती है । इसी क्रम में जलालपुर ब्लॉक के आधा दर्जन से अधिक लोग ब्लॉक मुख्यालय पहुंचे जब उनसे वार्ता की गई तो उन लोगों ने समस्याओं के बाबत अपनी पीड़ा सुनाई जलालपुर ब्लॉक के बैरागल गांव निवासी दिलीप कुमार ने बताया कि मैं एक कार्य के लिए कई बार गांव के सेक्रेटरी को खोज रहा हूं लेकिन उनसे मुलाकात नहीं हो पा रही है गांव में कभी यह लोग जाते ही नहीं। वही भस्मा गांव के शीतला प्रसाद ने बताया कि परिवार रजिस्टर का नकल बनवाने के लिए दौड़ रहा हूं लेकिन मुलाकात नहीं हो रही है जबकि गांव में भी नहीं बैठते हैं । इसी तरीके से रुकनपुर गांव निवासी बजरंग कुमार व पतिराज ने भी बताया कि सेक्रेटरी से मिलने के लिए आया हूं लेकिन मुलाकात नहीं हो रही है। सल्लाहपुर के कमलनयन दास ने बताया कि राशन कार्ड बनवाने के लिए ब्लॉक मुख्यालय का चक्कर लगा रहा हूं तथा सोहगूपुर गांव निवासी महेंद्र कुमार गौतम ने बताया कि जन्म प्रमाण पत्र के लिए सेक्रेटरी को खोज रहा हूं । इन लोगों ने एक सवाल के जवाब में बताया कि यह अधिकारी अगर गांव में जाते तो हम लोगों को ब्लॉक मुख्यालय पर आने की जरूरत ही नहीं पड़ती लेकिन यह लोग कभी भी गांव व बने सचिवालय पर नहीं बैठते। जबकि दो दिन पूर्व सीडीओ आनंद शुक्ला ने खंड विकास अधिकारी को निर्देशित किया था कि सभी अधिकारी समय के अनुसार ग्राम सचिवालय पर मौजूद रहना आवश्यक। इसके बावजूद भी इनका आदेश दरकिनार किया जा रहा है।