◆ गर्भगृह के सामने 4 इंच तक भरा पानी, टार्च की रोशनी में हुई सुबह की आरती
अयोध्या। राम जन्मभूमि पर बने भव्य राम मंदिर की छत से पहली बरसात में ही पानी टपकने लगा। देश की सुप्रसिद्ध इंजीनियर तथा इंजीनियरिंग कम्पनियों की देखरेख में बन रहे राम मंदिर की छत से पहली टपकना एक प्रश्न चिन्ह है। राम मंदिर के प्रधान पुजारी सतेन्द्र दास ने बताया कि जहां रामलला विराजमान है वहां भी पानी भर गया। अगर जल्द इंतजाम नही हुए तो बरसात में दर्शन-पूजन बंद करना पडे़गा। शनिवार की रात हुई बारिश के बाद मंदिर के सामन गर्भगृह के सामने मंडप में 4 इंच तक पानी भर गया। मंदिर के अंदर डर था कि करेंट न उतर आए। इसलिए सुबह चार और छः बजे की आरती टार्च की रोशनी में करनी पड़ी।
उन्होंने बताया कि गर्भगृह के अलावा जो भी छोटे मंदिर बने है वहां भी पानी भर गया है। इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है। जो भी बना है उसमें क्या कमी रह गई। एक तो राम मंदिर से बारिश का पानी निकलने की जगह नही है। पानी से भी छत से पानी भी टपकने लगी। जिसकारण यह अव्यवस्था हुई।
उन्होंने बताया कि पानी को रात 10 बजे तक सुखाया जा सका। पहली मंजिल पर निर्माण जारी है। वहां रॉड लगाने के लिए छेद छूटे हुए है। वही से पानी मंदिर के अंदर आया।