जलालपुर अम्बेडकर नगर। कोतवाली जलालपुर के बरोना डड़वा गांव में शुक्रवार को पेड़ से लटके मिले युवक के शव के मामलें में परिजनों ने मृतक के ससुराल वालों के वजह से युवक को जान से मार कर लटका देने व एक सिपाही के जरिये परिवार वालों की पिटाई किये जाने का आरोप लगाते हुए सभी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर शनिवार को जलालपुर बसखारी मार्ग पर शव रख कर सड़क जाम कर दिया। जाम की सूचना पर पुलिस बल के साथ पहुंचे क्षेत्राधिकारी जलालपुर अनूप कुमार सिंह व कोतवाल संतोष कुमार सिंह ने परिजनों को समझा बुझा कर जाम समाप्त कराया। घंटे भर जाम के बाद परिजन शव के अंतिम संस्कार को तैयार हुए। कोतवाली जलालपुर अंतर्गत बरोना डड़वा निवासी अखिलेश प्रताप यादव 21 वर्ष का शव गुरुवार रात को गांव किनारे स्थित एक बाग के किनारे आम के पेड़ से लटकता पाया गया था।जिसे पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। पोस्टमार्टम के बाद शनिवार को जब शव गांव आया तो परिजन व ग्रामीणों ने शव को जलालपुर बसखारी मार्ग पर बरोना गांव के समीप रख कर सड़क जाम कर दिया। मृतक के भाई अवधेश यादव समेत अन्य परिजनों का आरोप था कि बीते बुधवार को रात में 12 बजे मृतक की पत्नी रेखा,मां अन्नू व तीन अन्य लोग पुलिस के साथ उस के घर पहुंचे और उस के परिवार वालों के साथ गाली गलौज व मारपीट की इतना ही नहीं साथ गये कोतवाली जलालपुर के एक पुलिस कर्मी ने घर वालों की पिटायी भी की। आरोप है कि मृतक की पत्नी व उस के साथ आये लोग जबरदस्ती, जेवर,कपड़ा व 50 हजार लेकर चले गये। इस बीच पत्नी ने मृतक व उस के भाइयों के विरुद्ध दो दिन पूर्व दहेज उत्पीड़न व मारपीट का मुकदमा भी दर्ज करवा दिया। मृतक के भाई ने बताया कि मृतक के पत्नी के भाई ने मृतक अखिलेश को फोन पर जान से मार कर फेंक देने की धमकी थी। परिजनों ने आरोप लगाया कि युवक अखिलेश की पत्नी,बहन व उस के परिवार वालों ने युवक को मार कर गांव के किनारे पेड़ से लटका दिया। शव को सड़क पर रख कर परिजन मृतक के ससुराल वाले तथा परिजनों को मारने पीटने वाले कोतवाली के सिपाही अभिषेक यादव के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे। सूचना पर पहुंचे सीओ जलालपुर व कोतवाल संतोष कुमार सिंह ने परिजनों को समझा बुझा कर जाम समाप्त कराया।