◆ विधानपरिषद की विशेषाधिकार समिति को क्षेत्रीय वनाधिकारी का जवाब
◆ इस साल 41 लाख पौधों को रोपित करने का लक्ष्य हुआ है आवंटित
अयोध्या। सर, विगत वर्ष रोपित किये गये पौधों में 93 प्रतिशत वर्तमान में सुरक्षित है। यह जानकारी क्षेत्रीय वनाधिकारी ने उत्तर प्रदेश विधान परिषद की विशेषाधिकार समिति की बैठक में दिया। उनसे सदस्यों ने पूछा था कि विगत वर्ष जनपद में कितने पौधे लगे थे तथा लगाये गये पौधों में कितने सुरक्षित है।
वहीं वर्तमान वर्ष के लक्ष्य की बात करें तो इस बार जनपद में करीब 41 लाख पौधों को रोपित करने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें 16 लाख पौधों का रोपण वन विभाग के द्वारा तथा 25 लाख पौधों का रोपण अन्य विभाग के द्वारा किया जाना है। जिसको लेकर बैठकें हो रही है। एक जुलाई को जिलाधिकारी ने पौधा रोपित करके वन महोत्सव की शुरुवात की थी।
सर्किट हाउस के सभागार में आयोजित बैठक में विशेषाधिकार समिति के अध्यक्ष शैलेन्द्र प्रताप सिंह व सदस्य एमएलसी जितेन्द्र सिंह सेंगर, अशोक अग्रवाल, पवन कुमार सिंह, कुंवर महराज सिंह, सत्यपाल सिंह एवं विजय बहादुर पाठक उपस्थित रहे।
बैठक में समिति के सदस्यों ने कहा कि यह धरती भगवान श्रीराम की पवित्र जन्मभूमि है यहां पर आपको सेवा का अवसर मिला है इस अवसर का लाभ उठाते हुये पूरे मनोयोग से भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार द्वारा लागू योजनाओं का लाभ जनपद के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के साथ इस धरती के विकास में सभी विभाग समन्वय बनाकर इसकी भव्यता को बढ़ायें ताकि अयोध्या नगरी विश्व की सर्वोत्तम नगरी में सुमार हो। सदस्यों के द्वारा वन, कृषि, भूमि संरक्षण, पीडब्लूडी, शिक्षा, विकास प्राधिकरण, पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी सहित अन्य विभागों में चल रही योजनाओं एवं उनकी उपलब्धियों तथा गुणवत्ता आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की। सभापति शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि समिति की यह एक महत्वपूर्ण बैठक है। आपके क्या कर्तव्य है। कर्तव्यों का किस प्रकार पालन हो। सरकार द्वारा जो भी जनकल्याणकारी योजनायें चलायी जा रही है। उनको अच्छी गुणवत्ता के साथ क्रियान्वित करें।
सभी जनप्रतिनिधियों का शासन द्वारा जारी शासनादेश एवं विभागों द्वारा जारी आदेश को ध्यान में रखते हुये उनका उचित सम्मान करें। सब लोग मिल जुलकर सरकार की योजनाओं पर कार्य करना चाहिए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अनिता यादव, अपर जिलाधिकारी प्रशासन/नोडल अधिकारी अमित सिंह सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।