अयोध्या। रामघाट हाल्ट स्थित सिद्ध पीठ फटिक शिला आश्रम के पूर्वाचार्य महंत रामाज्ञा दास महाराज को संतों ने पुण्यतिथि पर भावभीनी पुष्पांजलि अर्पित की। पुण्यतिथि पर मंगलवार को आश्रम परिसर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। सभा में रामनगरी के विशिष्ट संत-महंतों ने साकेतवासी महंत रामाज्ञा दास महाराज के चित्रपट पर श्रद्धासुमन अर्पित कर नमन किया। संतों ने उनके कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश भी डाला।
फटिक शिला आश्रम के वर्तमान पीठाधीश्वर श्रीमहंत सुकदेव दास महाराज ने कहा कि उनके गुरू भाई महंत रामाज्ञा दास महाराज गौ और संत सेवी थे। वह बड़े ही सौम्य स्वभाव के संत रहे। आश्रम के लिए उन्होंने अपने जीवन को बलिदान कर दिया। वह तन, मन और धन तीनों से समर्पित रहे। जब तक जिंदा थे। तब तक सेवा करते रहे। उन्होंने गुरूदेव बगही सरकार व साधु-संतों की सेवा में अपना जीवन लगा दिया। उन्होंने कहा कि गुरूदेव बगही सरकार सिद्ध महापुरुष थे। उन्होंने रामनाम जप के महत्व को बताया है। गुरूदेव ने पावन सरयू तट के किनारे फटिक शिला नामक आश्रम की स्थापना किया। इस आश्रम की गणना देश के प्रमुखतम पीठों में होती है। यह पावन अवध धाम है। जो पूज्य संतों की धरा है। संतों के ऊपर भगवान की बड़ी ही महिमा है। संत जहां चले जाएं। वह स्थान बहुत ही सौभाग्यशाली बन जाता है। वर्तमान महंत ने पधारे हुए संत-महंतों का स्वागत-सत्कार किया। इस अवसर पर श्रीमहंत धर्मदास हनुमानगढ़ी, जगद्गुरू स्वामी रामदिनेशाचार्य, खाकचौक श्रीमहंत बृजमोहन दास, विद्याकुंड के महंत उमेश दास, वशिष्ठ भवन महंत राघवेश दास वेदांती, सरपंच रामकुमार दास, आचार्य सत्येंद्र दास वेदांती, करतलिया भजनाश्रम महंत बालयोगी रामदास, महंत अर्जुन दास, हनुमत सदन महंत अवधकिशोर शरण, महंत राममोहन शरण, महंत प्रिया शरण, रामकचेहरी महंत शशिकांत दास, हनुमानगढ़ी के वरिष्ठ पुजारी रमेश दास, महंत राजबहादुर शरण, महंत गोविंद दास शास्त्री, विअहुति भवन पुजारी विद्याभूषण समेत अन्य संत-महंत व भक्तगण उपस्थित रहे।