अयोध्या। श्री राम कथा पार्क में तिवारी मंदिर के तत्वाधान में चल रही रामकथा के पंचम दिवस व्यास पीठ से जगतगुरु रामानुजाचार्य डॉ स्वामी राघवाचार्य महाराज ने जैसे ही भगवान कृष्ण के जन्म के अद्भुत प्रसंग की व्याख्या की और कहां कि इस पावन धराधाम पर भगवान कृष्ण का अवतरण हुआ पूरा परिसर नंद घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल के जयकारे से गुंजायमान हो उठा और भक्तगण मंत्रमुग्ध होकर नाचने लगे।
जगद्गुरु महाराज ने भगवान योग योगेश्वर श्री कृष्णा के जन्म की कथा का विस्तार से वर्णन करते हुए बताया कि जो प्राणी अपने आराधना के श्रद्धा पुष्प भगवान श्रीकृष्ण के चरणों में अर्पित करता है, अर्थात् जो श्रीकृष्ण की शरणागति प्राप्त करता है,वह सदा अभ्युदय पूर्ण जीवन जीकर मुक्ति का अधिकारी बनता है तथा उसके रोग, शोक, दुःख, द्ररिदता एवं विपदाओं का हरण हो जाता है। उन्होंने बताया कि श्रीमद्भागवत मे भगवान ने कहा कि जब मनुष्य में अहम आ जाएं उसको मेरा दर्शन नहीं हो सकता, जिसका मन निश्चल होता है निष्पाप होता है सरल होता है और भाव से सब कुछ समर्पित कर देता है उसके लिए मेरी प्रति कठिन नहीं है।
कथा शुभारंभ के पहले शिवेश्वरपति त्रिपाठी, श्रीषपति त्रिपाठी और महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी व्यास पीठ और कथा व्यास जगतगुरू स्वामी डॉ राघवाचार्य महाराज का पूजन अर्चन किया। कथा के विश्राम पर पुनः आरती की गई व प्रसाद वितरण किया गया। कथा के पंचम दिवस प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही, पूर्व सांसद लल्लू सिंह, गौरीगंज विधायक राकेश प्रताप सिंह, विधायक वेद प्रकाश गुप्ता सहित बड़ी संख्या में भक्तों ने कथा का रसपान किया। अतिथियों का स्वागत रूद्रेश त्रिपाठी ने किया।