अंबेडकर नगर। जनपद मुख्यालय स्थित बी.एन.के.बी. पी.जी.कॉलेज,के 54वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित दीक्षांत एवं समापन समारोह में अकबरपुर नगरपालिका अध्यक्ष सरिता गुप्ता मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि के रूप में भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. मिथिलेश त्रिपाठी और शिवहर्ष किसान पी. जी. कॉलेज की प्राचार्य प्रो. रीना पाठक उपस्थित रहें। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती और महाविद्यालय के संस्थापकों की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलन और माल्यापर्ण करके हुआ।
अतिथियों का स्वागत कृष्ण कुमार टण्डन, सचिव, प्रबन्ध समिति और महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. शुचिता पांडेय ने स्मृति चिह्न और पुष्प गुच्छ प्रदान करके किया।
मुख्य अतिथि श्रीमती सरिता गुप्ता, नगर पालिका अध्यक्ष, अकबरपुर ने अपने उद्बोधन में कहा कि स्थापना दिवस पर कुछ कहते हुए मुझे इस महान संस्थान के संस्थापकों को धन्यवाद देने से नहीं चूकना चाहिए, जिनके पास छात्रों को ऐसी उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करने का विजन था। उनकी दृष्टि और निरंतर समर्थन और आशीर्वाद के बिना, यह संस्थान वह नहीं बन पाता जो आज है।
उन शिक्षकों को भी विशेष धन्यवाद दिया जाता है जो संस्थान की स्थापना के समय से ही इसके साथ हैं और छात्रों को उनके जीवन के हर क्षेत्र में सर्वोत्तम तरीके से मार्गदर्शन करते हैं। यह संस्थान न केवल अत्यधिक अकादमिक रूप से योग्य व्यक्तियों का सृजन करता है, बल्कि समग्र विकास और विकास वाले लोगों का भी निर्माण करता है। यही सच्ची शिक्षा है।
विशिष्ट अतिथि डॉ. मिथिलेश त्रिपाठी ने कहा कि विद्यार्थी जो देश का भविष्य हैं वे तनाव, अवसाद, बाहय आकर्षण और अनुशासनहीनता के शिकार हैं। इसका कारण पाश्चात्य संस्कृति, विद्यालय या समाज ही नहीं, बल्कि संस्कारों के प्रति हमारी उदासीनता है। परिवार बालक की प्रथम पाठशाला है तो माता-पिता प्रथम शिक्षक।
विद्यालय में हम देख रहे हैं कि जो माता-पिता अपने बच्चों में अच्छे संस्कार आरोपित करते हैं वे वाह्य वातावरण से प्रभावित हुए बिना शिक्षक द्वारा दी गई विद्या को फलीभूत करते हैं। अत: परिवार में प्रत्येक सदस्य का दायित्व है कि बच्चों में भौतिक संसाधनों के स्थान पर संस्कारों की सौगात दें।
दीक्षांत/समापन समारोह के इस अवसर पर महाविद्यालय की वार्षिक पत्रिका ‘भारती’ का मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों के द्वारा विमोचन किया गया। दीक्षांत समारोह में प्रज्ञा सिंह, शुभम गुप्ता, साक्षी और सलोनी को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया।
साथ ही वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘आरोह’ और क्रीड़ा परिषद द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगियों के विजेता प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया।साथ ही वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘आरोह’ के प्रतिभागियों द्वारा एकल, युगल और सामूहिक गीत एवं नृत्य, काव्यपाठ, रंगोली , मिमिक्री, शायरी आदि कार्यक्रमों की प्रस्तुति रही। कार्यक्रम का संचालन वागीश शुक्ल ने किया।
इस अवसर पर प्रबन्ध समिति सदस्य ताराकांत त्रिपाठी, आनन्द दुबे, पूर्व प्राचार्यगण डॉ. अवधेश त्रिपाठी, डॉ. अपर्णा त्रिपाठी, तथा डॉ. छेदीराम मिश्रा, डॉ. राम अचर्य मिश्र, डॉ. सुंदर लाल त्रिपाठी, महाविद्यालय के सभी शिक्षकगण, कर्मचारीगण, एन. सी. सी. के कैडेट, एन. एस. एस. के स्वयंसेवक और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।