अयोध्या। मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट अयोध्या को प्रथम सोलर सिटी के रुप में स्थापित करने को लेकर नगर निगम क्षेत्र का ड्रोन सर्वे कराया गया है। सर्वे में पाया गया कि 12000 भवन ऐसे हैं जिनके छत पर सोलर सिस्टम लगाया जा सकता है। चौड़ीकरण से प्रभावित भवनों को छोड़कर 10,000 ऐसे आवासीय मकान हैं जिन पर सोलर संयंत्र लगाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है, इस आशा की जानकारी देते हुए नेडा के परियोजना अधिकारी संजय वर्मा ने बताया प्रथम चरण में सहादत गंज से श्री राम जन्म भूमि परिसर जाने वाले राम पथ का सर्वे किया जाएगा और फिर पंजीकरण की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाएगी।
उन्होंने जानकारी दी कि 1 किलो वाट के सोलर संयंत्र पर प्रदेश सरकार 15000 रूपए और 14588 रुपए भारत सरकार अनुदान दे रही है। फिलहाल वर्तमान समय में डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के संपूर्ण परिसर को सोलर संयंत्रों से आच्छादित किया जा रहा है, प्रथम चरण में 250 किलो वाट की विद्युत आपूर्ति शुरू हो चुकी है और शीघ्र ही 1000 किलो वाट की विद्युत आपूर्ति के केंद्र के रूप में विश्वविद्यालय स्थापित हो जाएगा। इस आपूर्ति से विश्वविद्यालय आर्थिक बचत तो कर ही सकेगा। साथ ही पर्यावरण संरक्षण के केंद्र के रूप में भी विकसित होगा।