अयोध्या। रीड़गंज स्थित कोहिनूर पैलेस में समाजिक न्याय सप्ताह के तहत महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती समारोह के दौरान मुख्य अतिथि सांसद लल्लू सिंह ने कहा कि महापुरुषों की जयंती हम समसरता बनाने के लिए मनाते है। महात्मा ज्योतिबा फुले ने समाज को जोड़ने कार्य किया था। पूरे विश्व के आदर्श प्रभु राम ने सबसे पहले समाजिक समरसता का कार्य शुरु किया।
उन्होने कहा कि वर्ग संघर्ष के माध्यम से नक्सलवाद व समाज को बांटने का कार्य किया जा रहा है। क्योकि उच्च वर्ग के लोग निम्न की चर्चा नहीं करते थे। देश विरोधी ताकतें उन्हें नक्सलवाद के रुप में खड़ा कर रही थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सरकार बनने के बाद सबसे पहले गरीब व वंचित वर्ग के बारें में सोचा तथा पांच साल में उसको पूरा करने का कार्य किया। महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले ने गरीबों, महिलाओं, पिछड़े व वंचितों के उत्थान तथा समाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। वह हमारे लिए पथ प्रदर्शक की भांति है। विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने कहा कि हमारी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने का कार्य सरकार ने किया है। अमृत महोत्सव के माध्यम से हमारें इतिहास से लोगो को अवगत कराया गया। जिला प्रभारी व पूर्व सांसद पद्मसेन चौधरी ने कहा कि हम महात्मा ज्योतिबा फुले को समाजसुधारक के रुप में मानते है। उनका कार्यक्षेत्र महाराष्ट्र रहा है। भाजपा की वर्तमान सरकार गरीबों के उत्थान के लिए कार्य कर रही है। जिलाध्यक्ष संजीव सिंह ने कहा कि समाजिक समरसता, महिला सशक्तिकरण व शिक्षा के लिए किया गया उनका संघर्ष आज भी पूरे देश के प्रेरणाश्रोत है। संचालन करते हुए महानगर अध्यक्ष अभिषेक मिश्रा ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले द्वारा वंचितों के उत्थान व बालिका शिक्षा के लिए किये योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। इस अवसर पर नगर निगम चुनाव संयोजक व क्षेत्रीय मंत्री कमलेश श्रीवास्तव, डा बांके बिहारी मणि त्रिपाठी, कमलाशंकर पाण्डेय, महंत गिरीश पति त्रिपाठी, महंत अनुज दास, वासुदेव मौर्या, तिलकराम मौर्या, डा राकेश मणि त्रिपाठी, परमानंद मिश्रा, अभय सिंह, रामकुमार सिंह राजू, शैलेन्दर कोरी अवधेश वर्मा, दिवाकर सिंह, अंशुमान मित्रा, राजितराम निषाद, जितेन्द्र दूबे मिंटू प्रधान, कृष्ण कुमार पाण्डेय खुन्नू, गिरीश पाण्डेय डिप्पुल, ज्ञान केसरवानी, विशाल मिश्रा प्रमुख रुप से उपस्थित रहे।