बसखारी अंबेडकर नगर। दामाद- सास ,समधी -समधन, बुआ -भतीजे आदि जैसे पवित्र रिश्तो पर प्रेम प्रसंग भारी पड़ने लगा है। अखबारों एवं सोशल मीडिया पर सुर्खियां बन चुकी ऐसी खबरें लोग ठीक से पढ़ भी नहीं पाए थे कि रविवार को बसखारी थाना क्षेत्र के प्रतापपुर बेलवरिया दलित बस्ती में रहने वाली चार बच्चों की मां ने गांव के ही रिश्ते में लगने वाले अपने पोते से गोविंद साहब मंदिर में शादी रचाकर एक नई बहस को जन्म दे दिया है। जिससे यह कहना कोई अतिशयोक्ति नहीं होगा कि प्रेम संबंधों के आगे पवित्र रिश्ते भी अब बौने साबित हो रहे हैं। बताया जाता है कि 52 वर्षीय इंद्रावती की शादी 20 वर्ष पूर्व प्रतापपुर बेलवरिया निवासी चंद्रशेखर आजाद के साथ हुई थी। जिससे उसको एक लड़की और दो लड़का भी पैदा हुए थे। चंद्रशेखर आजाद के साथ उसकी यह दूसरी शादी थी ।इससे पहले हुई शादी से भी इंद्रावती को एक लड़की पैदा हुई थी, जिसकी शादी भी चंद्रशेखर ने दो वर्ष पूर्व किया था। इधर कई वर्षों से इंद्रावती का चंद्रशेखर आजाद से मोह भंग हो गया था। जिसके परिणाम स्वरुप इंद्रावती का गांव के ही एक लड़के आजाद (28) पुत्र जिया लाल से प्रेम प्रसंग परवान चढ़ने लगा। ग्रामीणों की माने तो एक ही गांव और एक ही जाति का होने के नाते दोनों में दादी और पोते जैसा रिश्ता था। दो दिन पहले मामला पुलिस चौकी लहटोरवा तक भी गया था, लेकिन बीते मंगलवार को परिवार व समाज के डर से बेखौफ दोनों ने गोविंद साहब मंदिर में पहुंचकर शादी रचा ली। वही शादी की खबर लगने पर दोनों के परिवार व दलित बस्ती के लोगों ने दोनों का बायकॉट करने का फैसला किया है। वही सूत्रों की माने तो इनसे संबंध रखने वाले गांव के लोगों पर पांच हजार का जुर्माना भी लगाने का फैसला किया गया है, जिसके बाद दोनों गांव छोड़ कर प्रदेश चले गए।