अयोध्या । मण्डलायुक्त गौरव दयाल की अध्यक्षता में आयुक्त सभागार में अयोध्या डाक्यूमेंट विजन की समीक्षा की गयी। इस बैठक के पूर्व मण्डलायुक्त ने जिलाधिकारी नितीश कुमार तथा अयोध्या धाम में निर्माणाधीन रामपथ (सहादतगंज से नयाघाट तक), भक्ति पथ (श्रृंगारहाट से हनुमानगढ़ी होते हुये श्रीराम जन्मभूमि पथ तक), जन्मभूमि पथ (सुग्रीव किला से होते हुये श्रीराम जन्मभूमि मंदिर तक), धर्म पथ (साकेत पेट्रोल पम्प से नयाघाट तक), पंचकोसी परिक्रमा मार्ग एवं चौदह कोसी परिक्रमा मार्ग के कार्यदायी संस्थाओं पर गहन चर्चा की गयी।
मण्डलायुक्त ने कहा कि उक्त सभी पथों में लगने वाले लाल बलुआ पत्थर की डिजाइनिंग किसी अच्छे शहरी डिजाइनर से सलाह लेकर की जाय तथा सभी मार्गो में सीवर के चैम्बर के ढक्कन एक सीध रेखा में सड़क संरेखण के समानान्तर हों तथा पत्थरों के नीचे का आधार मजबूत व बराबर हों, जिससे भविष्य में ऊपर पत्थर लगने के बाद टूटे न तथा जो भी सी0सी0 गलियों व पथों का निर्माण हो रहा है उनकी स्लेप ढलाई मुद्रांकित (स्टाम्पिंग) कंक्रीट का हो तो ज्यादा सुन्दर लगेंगी तथा मीडियन में कर्व स्टोन लगाये जाय। सभी पथों के स्ट्रीट लाइट के खम्भों में इनबिल्ड स्पीकर का प्रावधान हों। उन्होंने कहा कि सभी अधिशाषी अभियन्तागण एक साथ बैठकर इन पथों पर लगने वाले पत्थरों के मुद्रांकित (स्टाम्पिंग) पत्थर पर कार्य करें, जो फाइनल सेम्पल हो उसे जिलाधिकारी व मुझे दिखायें। उन्होंने सभी सम्बंधित अधिकारियों से कहा कि हमारा सौभाग्य है कि हम सभी अयोध्या को विश्व स्तरीय बनाने में साक्षी बन रहे है इसलिए सभी पूर्ण मनोयोग से चीजों को सर्वोत्तम बनाने में अपना पूर्ण योगदान दें। जिलाधिकारी ने कहा कि जन्मभूमि पथ तथा भक्ति पथ को (आगामी रामनवमी) से पूर्व मार्च 2023 तक पूर्ण करें तथा रामपथ को निर्धारित समय में पूरा करने हेतु पीडब्लूडी के सभी शाखा के अधिशाषी अभियन्तागण अपना पूर्ण सहयोग करें इसलिए सभी टीम भावना से कार्य करें। उन्होंने कहा कि सभी अधिशाषी अभियन्तागण इन सभी पथों, मार्गो को बनाने में अपने पूरे जीवन की प्रतिभा का इस्तेमाल करें।
मण्डलायुक्त ने समीक्षा के दौरान कार्यदायी संस्था लोक निर्माण, श्रम, धर्माथ कार्य, नगर निगम, नगर विकास, जलनिगम, पावर कार्पोरेशन, अयोध्या विकास प्राधिकरण आदि विभागों की जो अयोध्या विजन से सम्बंधित है की समीक्षा गयी और बताया गया कि लोक निर्माण विभाग, विद्युत विभाग आदि विभागों के अधिकारी बेहतर समन्वय से कार्य करें।