Home Ayodhya/Ambedkar Nagar अयोध्या पिता का त्याग, तपस्या, प्यार है अनमोल : आचार्य मिथलेश नंदिनी ...

पिता का त्याग, तपस्या, प्यार है अनमोल : आचार्य मिथलेश नंदिनी शरण 

0

◆  पिता श्री सम्मान से पत्रकार हरिकृष्ण अरोड़ा सम्मानित


अयोध्या। फादर्स डे के अवसर पर अयोध्या धाम चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा शहर के मोतीबाग स्थित एक होटल के सभागार में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि आचार्य मिथलेश नन्दिनी शरण ने वरिष्ठ पत्रकार हरिकृष्ण अरोड़ा को पटका व साफा बांधकर तथा स्मृति चिन्ह देकर पिताश्री सम्मान से सम्मानित किया।

बीमार होने के कारण पिताश्री सम्मान लेने वरिष्ठ चिकित्सक डा0 जावेद अख्तर नहीं उपस्थित हो पाये। उनका सम्मान ट्रस्ट उनके घर ले जाकर देगा। आचार्य मिथलेश नन्दिनी शरण ने कहा कि पिता का स्थान प्रभु से बड़ा है पिता का त्याग, तपस्या, प्यार अनमोल है। दुनिया में पिता ही एक ऐसा है जो चाहता है कि मेरा पुत्र मुझसे ज्यादा कामयाब हो। इसलिये पिता का स्थान जीवन में अहम होता है। जिसने अपने पिता की सेवा व सम्मान नहीं किया। वह जीवन में सफलता के रास्ते पर कभी बढ़ नहीं सकता। पिता की सेवा में ही भगवान बसता है।

अयोध्या धाम चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष संजय महेन्द्रा ने कहा कि पिता से अच्छा मार्गदर्शक और कोई नहीं हो सकता। इसको जानते हुए भी लोग अपने पिता का सम्मान नहीं करते यह एक सोचनीय विषय है। पुत्र को अपने पिता की सेवा निस्वार्थ धर्म समझकर करना चाहिए। कार्यक्रम में कवियत्री अर्चना द्विवेदी व सुनीता पाठक ने अपने रचनाओं से लोगों का मन मुग्ध कर दिया। अध्यक्षता करते हुए ट्रस्ट के संरक्षक प्रीतम सिंह ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों की आवश्यकता वर्तमान में अत्यन्त जरूरी है। बड़ी संख्या में पिता अपने पुत्रों से कठिन समय में अलग जीवन व्यतीत कर रहे हैं। कार्यक्रम को सम्बोधित करने वालों में साकेत महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ0 सीताराम अग्रवाल, ट्रस्ट के संरक्षक राम बहल, ब्रह्मकुमारी संस्था की वी0के0 अलका दीदी, प्रो0 कृष्ण मुरारी सिंह ने मुख्य रूप से सम्बोधित किया। कार्यक्रम में उपाध्यक्ष कवीन्द्र साहनी, कोषाध्यक्ष एकता टण्डन, उपाध्यक्ष मंजूर खान, उमेश चन्द्र इंजीनियर, अवधेश कुमार शुक्ला, राजन अरोड़ा, विनोद कुमार शर्मा, गुड़िया मौर्या, मीना श्रीवास्तव, रेखा विश्वकर्मा, कंचन राठौर, दीप्ती सिंह मौजूद रही।

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version