◆ अपनी श्रद्धानुसार मंदिरों व धार्मिक आयोजनों में भगवान को लगता है विभिन्न भोग
◆ विशेष अवसर पर अयोध्या के मंदिरों पर भगवान को लगता है छप्पन भोग, सजती है फूलों की झांकी
अयोध्या। रामनगरी में भगवान राम को भक्त सदा अपने पास महसूस करते है। जीवन की शुरूआत राम से होते हुए अंत भी राम के नाम से ही होता है। भगवान राम को कई व्यंजन काफी पसंद है। भोग लगाते समय इनको प्रमुखता दी जाती है। हम आपको बताते है कि किस प्रकार के भोग भगवान राम को पसंद है।
खीर- भगवान राम का प्रिय भोग दूध और चावल से बनी खीर को माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि जब राम और सभी 4 भाइयों का जन्म हुआ था तो अयोध्या में खीर बनाई गई थी। इसलिए भगवान राम को खीर का भोग लगाना शुभ माना जाता है।
रबड़ी- अयोध्या में रामलला को रबड़ी का भोग लगाया जाता है। गाय के दूध से बनी रबड़ी को सबसे शुद्ध मिठाई माना जाता है। इसमें शक्कर और छोटी इलाइची से स्वाद बढ़ा सकते हैं।
पंजीरी- अयोध्या तथा आसपास के क्षेत्रों में आटे को भून कर उसमें शक्कर मिला कर पंजीरी बनाई जाती है। जो अक्सर सत्यनारायण भगवान की कथा में प्रसाद के रूप में दिया जाता है। यह भगवान राम का प्रिय भोग मना जाता है।
पंचामृत – गाय के घी, दही, दूध, शहद और शक्कर मिला कर पंचामृत बनाया जाता है। यह भगवान का प्रिय भोग है।
भगवान राम के प्रिय मिष्ठान- रामलला को खोए से बनी मिठाई अति प्रिय है। गुलाब जामुन, पेड़ा बरफी या कलाकंद का भोग भगवान राम को को प्रिय माना गया है।
भगवान श्री राम के पसंदीदा फल- बेर तथा राम फल (कंदमूल) को भगवान प्रिय फल माना जाता है। शबरी का प्रसंग तो सभी जानते है। शबरी ने राम को जूठे बेर खिलाए थे। राम के प्रति यह उनका सर्मपर्ण था कि वे भगवान को खट्टे बेर नहीं खिलाना चाहती थी।
छप्पन भोग – इसमें छप्पन प्रकार के पकवान रहते है। जिसमें विभिन्न प्रकार की पकौड़ी, कचौड़ी, पूड़ी, सब्जी व अन्य व्यंजन शामिल रहते है। विशेष अवसर पर भगवान को छप्पन भोग लगता है। दीपावली के बाद अन्नकूट के अवसर पर अयोध्या के मंदिरों में भगवान को छप्पन भोग अर्पित किया जाता है।