मिल्कीपुर, अयोध्या। इंडिया मार्क टू हैंड पंप में दबंगों द्वारा लगाए गए समरसेबल को हैंड पंप से निकलवाए जाने संबंधी उपजिलाधिकारी के आदेश का अनुपालन करने के बजाय खंड विकास अधिकारी मिल्कीपुर की कार्यवाही महज पत्राचार तक सीमित रह गई है। मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र मिल्कीपुर ब्लाक क्षेत्र के अस्थना गांव निवासी शिवकुमार पांडे पुत्र राम बिहारी पांडे ने बीते 25 सितंबर को एसडीएम मिल्कीपुर के समक्ष एक शिकायती पत्र देते हुए आरोप लगाया था कि उनके गांव के राजधर तिवारी द्वारा इंडिया मार्क 2 सरकारी हैंड पंप में समरसेबल लगवा लिया गया है। जिसके चलते आमजन को विद्युत करंट से किसी बड़ी घटना के होने की आशंका प्रबल हो गई है। शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया है कि उक्त समरसेबल को विद्युत आपूर्ति रहने तक अनावश्यक रूप से चलाए रखा जाता है। जिसके चलते गांव की गलियों में जबरदस्त जल भराव हो जाता है और लोगों का आवागमन भी प्रभावित रहता है। यही नहीं गली में पानी भर जाने के चलते संक्रामक बीमारी का खतरा भी बना हुआ है। एसडीएम राजीव रतन सिंह ने खंड विकास अधिकारी मिल्कीपुर एवं प्रभारी निरीक्षक इनायत नगर को सार्वजनिक संपत्ति पर अवैध कब्जा करने एवं समरसेबल निकल जाने का आदेश दे दिया था। इसके बाद खंड विकास अधिकारी मिल्कीपुर कृष्ण कुमार सिंह द्वारा शिकायत की जांच सहायक विकास अधिकारी आईएसबी एवं युवा कल्याण अधिकारी मिल्कीपुर की संयुक्त टीम से कराई गई। जहां तीन दिवस के भीतर सबमर्सिबल निकाले जाने के निर्देश भी दिए गए थे। किंतु आरोपी द्वारा समरसेबल नहीं निकाला जा सका है। वहीं दूसरी ओर खंड विकास अधिकारी ने मामले में प्रभावी कार्यवाही करने के बजाय उल्टे एसडीएम मिल्कीपुर को पत्र प्रेषित करते हुए अपने स्तर से कार्यवाही सुनिश्चित कराई जाने की मांग कर दी है। प्रकरण में शिकायत के एक माह बीतने को हैं किंतु अब तक की कार्यवाही मात्र शिफर रही है।