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मातृभाषा को बढ़ावा देने के लिए पाठ्यक्रमों का हिंदी में भी निर्माण: रजनी तिवारी

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◆ अवध विवि में उच्च शिक्षा राज्यमंत्री ने एनईपी-2020 को लेकर की समीक्षा बैठक


अयोध्या। अवध विश्वविद्यालय के कौटिल्य प्रशासनिक भवन के सभागार में मंगलवार को दोपहर कुलपति प्रोफेसर प्रतिभा गोयल की मौजूदगी में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार रजनी तिवारी की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक में राज्यमंत्री ने विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के संचालन की अद्यतन प्रगति समीक्षा की। उन्होंने एनईपी के संचालन में आने वाली समस्याओं के समाधान के साथ सुझावों को साझा किया। बैठक में राज्यमंत्री रजनी तिवारी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत मातृभाषा को बढ़ावा देने के लिए पाठ्यक्रमों का हिंदी में भी निर्माण किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम से संबंधित पुस्तकें भी हिंदी में उपलब्ध कराई जाए। राज्यमंत्री ने विश्वविद्यालय में 2021 से स्नातक स्तर पर लागू एनईपी की समीक्षा करते हुए परीक्षा प्रणाली की भी समीक्षा की। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा स्नातक व परास्नातक स्तर पर एनईपी के पूर्णतः लागू किए जाने और उसके तहत परीक्षा कराए जाने पर सराहना की। बैठक में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री ने अयोध्या मंडल के महाविद्यालयों के प्राचार्यों से रुबरु होते हुए उनकी समस्यायों के समाधान का आश्वासन भी दिया।
समीक्षा बैठक में अवध विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल ने राज्यमंत्री को विश्वविद्यालय एवं सम्बद्ध महाविद्यालयों में 2021 से स्नातक एवं 2022 से परास्नातक स्तर पर लागू एनईपी पाठ्यक्रमों की अद्यतन जानकारी दी। कुलपति ने बताया कि उत्तर प्रदेश शासन, राज्य भवन, यूजीसी के दिए गए निर्देश क्रम में संचालित पाठ्यक्रमों में भारतीय ज्ञान परंपरा को भी शामिल किया गया है। बैठक में विश्वविद्यालय एनईपी टास्कफोर्स के संयोजक प्रो0 एसएस मिश्र ने विश्वविद्यालय द्वारा स्नातक एवं परास्नातक स्तर पर लागू की गयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर संपूर्ण विस्तृत जानकारी प्रदान की। बैठक में विधायक रामचन्द्र यादव, कुलसचिव उमानाथ, वित्त अधिकारी पूणेंदु शुक्ला, संकायाध्यक्ष प्रो0 हिमांशु शेखर सिंह, प्रो0 आशुतोष सिन्हा, प्रो0 अशोक राय सहित विश्वविद्यालय परिक्षेत्र के राजकीया, अशासकीय महाविद्यालयों के प्राचार्य व एनईपी प्रभारी मौजूद रहे।

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