बसखारी अंबेडकर नगर। स्थानीय थाना क्षेत्र के अंतर्गत किछौछा दरगाह में रूहानी इलाज के लिए आई युवती के साथ हुए गैंगरेप के मामले में बसखारी पुलिस ने वांछित तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। बता दें कि बीते शुक्रवार को बसखारी थाना क्षेत्र के अंतर्गत स्थित मखदूम साहब के आस्ताने पर रूहानी इलाज के लिए अपने परिवार के साथ आई एक युवती के साथ तीन युवकों द्वारा गैंगरेप करने की सनसनीखेज वारदात का मामला प्रकाश में आया था।मामले में बसखारी पुलिस ने पीड़िता के प्रार्थना पत्र पर अफसर पुत्र शकील निवासी पूरावजगोती व दो अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कर उनकी गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी हुई थी।कि इसी बीच सोमवार को उपनिरीक्षक अमरनाथ यादव व अपने हमराही पुलिसकर्मी रविकांत द्विवेदी ,रणधीर सिंह, कृष्णकांत व सुषमा प्रजापति के साथ क्षेत्र में गश्त पर निकले बसखारी थाना प्रभारी निरीक्षक जयप्रकाश सिंह को मुखबिर के द्वारा घटना में वांछित आरोपियों के किछौछा तिराहे पर खड़े होने की सूचना मिली। जिस पर थाना प्रभारी निरीक्षक व उनकी टीम ने घेराबंदी करते हुए किछौछा तिहरे पर खड़े तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।जिसमें एक की पहचान नामजद आरोपी अफसर पुत्र शकील निवासी पूरावजगोती के रूप में हुई। पुलिस की जांच में प्रकाश में आए दूसरे आरोपी की पहचान अजहर पुत्र अनवर निवासी पूरा वजगोती व तीसरे युवक की पहचान फैजान पुत्र गुलाम रब्बानी निवासी बसखारी के रूप में हुई है। तीनों आरोपी युवती के साथ हुए गैंगरेप के मामले में वांछित अभियुक्त बताए जाते हैं। इस संदर्भ में थाना प्रभारी निरीक्षक जयप्रकाश सिंह यादव ने बताया कि मामले में वांछित तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
पुत्र को राजनीतिक साजिश में फसाए जाने का आरोप
किछौछा में युवती के साथ हुए गैंगरेप के मामले में गिरफ्तार आरोपी फैजान गुलाम रब्बानी का पुत्र है। गुलाम रब्बानी अभी हाल ही में सम्पन्न हुए नगर निकाय चुनाव में नगर पंचायत अध्यक्ष अशरफ पुर किछौछा से अध्यक्ष पद का चुनाव भी आजाद समाज पार्टी के टिकट पर लड़ चुके। हालांकि इस चुनाव में उन्हें जीत नहीं मिल पाई थी लेकिन उनकी लोकप्रियता में इजाफा हुआ था।गुलाम रब्बानी का आरोप है कि चुनाव में अपनी हार से बौखलाए कुछ प्रत्याशियों ने उनकी छवि को बदनाम करने के लिए एक राजनीतिक साजिश के तहत उनके लड़के को फसाया गया है। विरोधियों ने इससे पहले भी उनके लड़के को फसाने के लिए एक बार और प्रयास किया था लेकिन उसमें वह असफल हो गए थे। फिलहाल गुलाम रब्बानी का आरोप गलत या सही यह पीड़िता के मेडिकल परीक्षण व 164 के होने वाले बयान के बाद काफी हद तक स्पष्ट हो जाएगा।