◆ 15 दिनों में समस्याओं के निस्तारण का प्राचार्य ने दिया आश्वासन
अयोध्या। एबीवीपी की साकेत महाविद्यालय इकाई द्वारा प्रदर्शन कर साकेत महाविद्यालय के प्राचार्य को छः सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया। प्राचार्य द्वारा 15 दिन में समस्याओं के निस्तारण का आश्वासन दिया।
सोमवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता ने प्राचार्य कार्यालय का घेराव व नारेबाजी की। अभाविप के कार्यकर्ताओं ने बुद्धि शुद्धि यज्ञ भी किया। परिषद के कार्यकताओं का कहना है कि कई बार ज्ञापन व माँग पत्र के माध्यम से महाविद्यालय की समस्याओं के बारे में प्राचार्य व प्रशासन को अवगत कराया गया। लेकिन उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई।
ज्ञापन की मांग शौचालय, पेयजल एवं जर्जर भवन के विषय में प्राचार्य ने अतिशीघ्र समिति बनाकर 5 दिन के भीतर इसके निस्तारण का भरोसा दिलाया। छात्रावास ख़ाली कराने को लेकर भी प्राचार्य ने मुख्यमंत्री व राज्यपाल व जिला प्रशासन को फिर से पत्र भेजने का भी भरोसा कार्यकर्ताओं को दिलाया। शुल्क वापसी के संबंध में प्राचार्य ने कहा सभी का डेटा फीड होकर अतिशीघ्र शुल्क वापसी की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। टेबलेट एवं स्मार्टफ़ोन के विषय में प्राचार्य ने बताया कि ये एक बार डेटा विश्वविद्यालय द्वारा निरस्त कर दिया गया था फिर से डेटा फीड कराकर शासन को भेजा गया है अतिशीघ्र वितरण भी शुरू हो जाएगा
साकेत इकाई अध्यक्ष मानवेन्द्र प्रताप सिंह बताया कि लगातार हमारी माँगो को अनसुना किया जा रहा था। जिससे आक्रोशित होकर कार्यकर्ताओं ने आंदोलन का निर्णय लिया। समस्याओं के निस्तारण का भरोसा दिलाया है यदि यह समस्याएं सुधारी नहीं गए तो अभाविप फिर से आंदोलन के लिए बाध्य होगी।
इकाई मंत्री रत्नेश ने कहा कि महाविद्यालय की समस्याओं के निराकरण के लिए विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ता सदैव अग्रिम पंक्ति में खड़े होकर नेतृत्व करते रहे हैं हमें भरोसा है कि यह समस्याएं भी जल्द से जल्द सुधार ली जाएगी।
आंदोलन में प्रमुख रूप से शिवम मिश्रा, अंशुमान सिंह ,राणा आशुतोष, शशांक विद्यार्थी, दुर्गेश तिवारी, प्रियांशु तिवारी, आदित्य सिंह, कुंदन सिंह, शिवम शुक्ला, अनुराग शुक्ला, आंनद सिंह प्रखर सिंह, अभिषेक पांडेय, यश पाठक, आदर्श चतुर्वेदी, गौरव तिवारी महानगर सहमंत्री भूपेंद्र शुक्ला, अतुल मिश्रा, यश पांडेय, शेषमणि, शोभित सिंह, सौरभ शुक्ला, किशन सिंह, राजवर्धन सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहें।