बसखारी अंबेडकर नगर । नगर निकाय चुनाव को प्रभावित करने के लिए कुछ प्रत्याशी एवं उनके समर्थक के द्वारा साम, दाम, दंड, भेद नीति के साथ अपनी दबंग छवि से मतदाताओं को प्रभावित करने का खेल खेलना भी शुरू कर दिया गया है। रविवार को एक प्रत्याशी के द्वारा रुपया बांटने का वीडियो वायरल होना राजनीतिक समीकरण बिगाड़ने की रणनीति का हिस्सा तो नहीं है। बता दें कि नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा में रविवार को नगर पंचायत अध्यक्ष पद के एक प्रत्याशी के द्वारा रुपया बांटने का एक वीडियो वायरल हुआ। इस पर प्रशासन की भी नजर पड़ी और उसने मामले में मुकदमा पंजीकृत कर जांच भी शुरू कर दी है।इस वीडियो में कितनी सच्चाई है यह तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा। लेकिन इस वीडियो को वायरल करने के पीछे किसको फायदा हो रहा है। ये भी क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। वायरल वीडियो आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशी गुलाम रब्बानी उर्फ गुड्डू की बताई जा रही है। जो दलित मतों के साथ सजातीय मुस्लिम मतों पर भी अपना प्रभाव जमाए हुए हैं। हालांकि उनका दावा है कि दोनो समाज के साथ उन्हें सर्वसमाज का समर्थन मिल रहा है। फिलहाल अगर हम दलित मतों की बात करें तो उस पर बसपा एवं मुस्लिम मतो पर सपा का वर्चस्व बताया जाता है। लेकिन इधर जब से आजाद समाज पार्टी (भीम आर्मी) सुर्खियों में आई। तब से दलित मतों का झुकाव उसकी तरफ भी होने लगा है। चर्चा है कि शनिवार को आजाद समाज पार्टी भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण ने नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा में पार्टी के प्रत्याशी गुलाम रब्बानी उर्फ गुड्डू के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित किया था। जिसमें लोगों की अच्छी खासी भीड़ जुटी थी। चर्चा है कि गुलाम रब्बानी के समर्थन में आयोजित सभा में जुटी भीड़ में अधिकांश दलित व मुस्लिम मतदाता थे। जिसे सपा और बसपा अपना वोट बैंक मानती हैं। चंद्र शेखर की सभा के बाद ही आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशी के द्वारा रुपया बांटने का एक वीडियो भी वायरल हुआ। हालांकि आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशी गुलाम रब्बानी ने इसे होली व ईद के मौके का पुराना वीडियो बताते हुए कहा कि अक्सर ही मेरे द्वारा जरूरतमंदों की मदद की जाती है। ये विरोधियों की चाल है। फिलहाल वायरल वीडियो से किसको फायदा होगा या किसको नुकसान या फिर इसमें कितनी सच्चाई है। यह जांच के बाद व आने वाले वक्त पर ही पता चल पाएगा।