◆ लोगो की सुरक्षा का ध्यान न रखते हुए अव्यवस्थित तरीके से रामपथ पर हो रहा है काम
◆ न रात में प्रकाश की व्यवस्था, न सही तरीके से डायवर्जन, न खतरे का संकेत, न मार्ग बताने वाला गार्ड
अयोध्या। आने जाने वालों की जान खतरे में डालकर असुरक्षित तरीके से कैसे काम होता है। यह कोई रामपथ पर काम कर रही संस्थाओं व ठेकेदारों से सीखे। दुघर्टनाओं को रोकने हेतु इनके पास कोई प्लान नहीं है। शुक्रवार/शनिवार की देर रात युवक अयोध्या टेढ़ी बाजार के पास रामपथ पर बने गड्ढ़े में गिर गया। वह कब गिरा इसका लोगो को पता ही नहीं चला। सुबह जब उसे श्रीरामचिकित्सालय ले आया गया तो चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।
क्या है मामला- अयोध्या कोतवाली के बेगमपुरा का रहने वाला संतोष कुमार उर्फ चप्पू धागे की फैक्ट्री में काम करता था। देर रात वह शहर से अपने घर वापस लौट रहा था। टेढ़ी बाजार के पास एक गड्ढ़े में गिर गया। सुबह उसे परिजनों द्वारा श्रीराम चिकित्सालय पहुंचाया गया। जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
रात भर गढ्डे में पड़ा रहा संतोष
मृतक संतोष के बड़े भाई अशोक ने बताया कि रात में करीब दस से साढ़े दस के बीच वह घर आ जाते है। इसी दौरान वह सीवर गड्ढ़े में गिर गये। जब घर नहीं आये व रात हुई तो लोग खोजने के लिए निकल पड़े। रात भर खोजा गया। सुबह पांच बजे इनको सीवर में पाया गया। हम लोग गरीब है। मृतक के बच्चे है। काम करने वाली संस्था की लापरवाही की वजह से मौत हुई है। इसलिए मुआवजा दिया जाय।
क्या बताया इलाज करने वाले डाक्टर ने
श्रीराम चिकित्सालय में मौजूद चिकित्सक ने बताया कि संतोष कुमार स्व महादेव उम्र 35 वर्ष को सुबह परिजन यहां लेकर आये थे। परिजन बता रहे थे कि रात में सीवर लाईन के मेन होल में यह साईकिल से गिर गये। जिससे इनकी मौत हो गयी। पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज रही है।
इससे पहले भी हो चुकी है दो मौत
इससे पहले जेसीबी के नीचे आने एक व्यक्ति तथा करंट लगने से कावंरिया की मौत हो चुकी है। 10 जून को डक्ट निर्माण के दौरान जेसीबी के नीचे आने से करिया उम्र 42 वर्ष की मौत हो गयी थी। वहीं 13 जुलाई को जनपद मऊ के थाना घोसी के गिरीडीह निवासी रामराज चौहान की मौत करंट की चपेट में आने से हो चुकी है। इन दोनो मामलों के बाद भी प्रशासन से इससे कोई सबक नहीं लिया। इसमें लापरवाही बरतने वालों पर न तो कार्रवाई हुई और न कोई प्लान तैयार किया गया।
लोगो ने कहा कि होनी चाहिए यह व्यवस्थाएं
स्थानीय लोगो का कहना है कि रात में गड्ढ़ों के पास पर्याप्त प्रकाश नहीं रहता है। कई गड्ढ़ों में सुरक्षा की दृष्टि से बोर्ड व डायवर्जन का संकेत भी नहीं रहता है। इन जगहों पर सुरक्षा गार्ड की तैनाती भी नहीं रहती है तो लोगो को खतरे से आगाह कर सके तथा जाने के लिए बेहतर मार्ग की जानकारी दे सके। रात में होने वाले खतरों से बचने के लिए प्रकाश व्यवस्था के साथ रेडियम लाईटें भी लगी होनी चाहिए। जिससे लोगो को दूर से गड्ढ़े व खतरे का पता चल सके।
समाजवादी पार्टी ने किया कार्रवाई की मांग
समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष श्याम कृष्ण श्रीवास्तव ने कहा कि ढेढ़ी बाजार चौराहे पर राम पथ का हो रहे निर्माण के खुदे गढ्ढे मे गिरकर संतोष की मौत हो गयी। यह प्रशासन की लापरवाही का नतीजा है जो इस तरह की दुर्घटनाएं आए दिन हो रही है। आज मृतक के परिवार मे शोक व्याप्त है अपने पीछे छोड़ गये तीन जिन्दगीयां उनका पालन पोषण कैसे होगा। सरकार से मांग है की परिवार को उचित मुआवजा दे व जांचकर जो भी दोषी हो उसपर कार्रवाई करे। महानगर महासचिव हामिद जाफर मीसम ने कहा कि ये पहली घटना नहीं है इससे पूर्व भी जेसीबी से एक युवक की मृत्यु व करेंट लगने से एक मौत हो चुकी है उसके बाद भी लापरवाही लगातार बरती जा रही है, बड़े बड़े होल खुला छोड़ देने से आए दिन लोगों को इस तरह की दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ रहा है। रामपथ से जो रास्ते जुड़े हुए हैं वो भी खोद दिए हैं जिससे आमजनमानस को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन प्रशासन हाथ पे हाथ धरे बैठे हैं, पूरा नगर निगम क्षेत्र अस्तव्यस्त है और जनता की कोई सुनने वाला नहीं है। समाजवादी व्यापार सभा के जिलाध्यक्ष नंद कुमार गुप्ता नंदू ने मामले में मृतक के परिवार को 25 लाख रुपया व सरकार नौकरी देने की मांग की है।