जलालपुर, अंबेडकरनगर। घर मे मिली अधजली महिला का शव की परिस्थितियां जहाँ हत्या की तरफ इशारा कर रही थी वही पोस्ट मार्टम रिपोर्ट मे आग से हुई मौत पर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। बीते बुधवार को मालीपुर थाना क्षेत्र के खालिसपुर भटौली गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मार्ग पर एकांत में बने मकान में अधजली मिली महिला के शव का पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला की मौत जलकर मरने की पुष्टि चिकित्सक ने की है। सूत्रों की माने तो रिपोर्ट और घटना स्थल से मिले सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस प्रेमिका और प्रेमी की मौत आत्महत्या की बात कह रही है।किंतु प्रेमी और प्रेमिका द्वारा आत्महत्या के लिए उठाए गए तौर तरीके पर अंगुली उठना लाजिमी है। सुसाइट नोट में साथ जीने मरने की बात पर विश्वास किया जाय तो प्रेमिका मंगलवार को रात में गैस सिलेंडर से स्वयं आग लगाकर आत्महत्या कर लिया और प्रेमी तीसरे दिन ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी।जो घटना को सिद्ध करने में पर्याप्त नहीं है। अब सवाल यह है कि जब दोनो ने साथ जीने मरने की कसम खाई थी तो प्रेमिका ने आग लगा कर और प्रेमी ने ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या क्यों किया। आग लगा कर आत्महत्या करना किसी के गले से नही उतर रहा है। शरीर में आग लगा कर आत्महत्या के अलावा आत्महत्या करने का अन्य सरल विकल्प है जिसमे दर्द की गुंजाइश बहुत कम है तो प्रेमिका ने कठिन रास्ता क्यों चुना। विदित हो कि मालीपुर थाना के खालिसपुर भटौली गांव में सुरेश प्रजापति के मकान में बीते मंगलवार को आए किराएदार घनश्याम यादव निवासी जनपद सुल्तानपुर थाना अखंड नगर गांव सजनपुर की तथाकथित पत्नी का शव कमरे में जला हुआ मिला था।उस समय घनश्याम गायब था और उसकी मोबाइल स्विच ऑफ थी। पुलिस ने मकान मालिक सुरेश की तहरीर पर घनश्याम के विरुद्ध हत्या आदि की धारा में मुकदमा दर्ज कर उसे तलाश करना शुरू कर दिया था।पुलिस जब जांच पड़ताल शुरू किया तो महिला की पहचान पत्नी के बजाय प्रेमिका के रूप में की गई।वह घनश्याम यादव के गांव की सुनीता निकली जिससे उसका प्रेम संबंध कई वर्षो से था और दोनो कई बार घर छोड़कर भाग चुके थे। घटना के तीसरे दिन घनश्याम यादव का शव इसी गांव के आउटर सिगनल के समीप क्षत बिक्षत हालत में मिला था।
प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो महिला का शव कमरे में तिरपाल से ढका था।महिला का पेट ऊपरी भाग से सिर तक बुरी ढंग से जली हुई थी। जिस तख्त पर महिला का शव मिला था उसपर बिछा बिस्तर भी बहुत ही कम जला है।अब सवाल यह है कि यदि महिला स्वयं जली तो उसके ऊपर तिरपाल किसने डाला।जिस समय महिला ने आग लगाई उस समय प्रेमी घनश्याम आग बुझाया का प्रयास क्यों नहीं किया।
घटना के ही दिन से प्रमोद यादव को फोन कर खाली कमरे की जरूरत बताने वाले परुईया आश्रम निवासी जितेन्द्र यादव और मकान मालिक सुरेश प्रजापति को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया था।बाद में सर्विलांस की बात कह मृतक घनश्याम के बहनोई और साले को उठाया गया।इसी दौरान सजनपुर ग्राम पंचायत के प्रधान रमेश राजभर भी थाना आ गए। शुक्रवार शाम से लेकर रात तक चार लोगो को छोड़ दिया गया।अब प्रधान रमेश और जितेन्द्र यादव हिरासत में है जिनके विरुद्ध अभी जांच का दावा किया जा रहा है।
सीओ देवेंद्र कुमार ने बताया कि प्रधान और जितेन्द्र की संलिप्तता का सुराग मिल रहा है।अभी जांच जारी है। जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा। हर जानकारी मीडिया से साझा नही किया जा सकता है।