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अयोध्या से शुरू हुआ सांस्कृतिक पुनर्जागरण और पर्यावरण संरक्षण का अभियान: सीएम योगी

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◆ मुख्यमंत्री ने सरयू जयंती व नृत्यगोपालदास जन्मोत्सव पर साधा जनचेतना का निशाना


◆ सभी जिलाधिकारियों को एक नदी के पुनर्जीवन का दिया निर्देश


अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अयोध्या में आयोजित 13वें सरयू जयंती महोत्सव और मणिरामदास छावनी के महंत नृत्यगोपाल दास जी महाराज के 87वें जन्मोत्सव समारोह में हिस्सा लेते हुए पर्यावरण संरक्षण, सांस्कृतिक गौरव और विकसित भारत के निर्माण की साझा नींव पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि नदियां रहेंगी तभी धरती माता, पर्यावरण और जीव-जंतु सुरक्षित रहेंगे। इस संदेश के साथ उन्होंने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने जिले की एक नदी को पुनर्जीवित करें।

मुख्यमंत्री ने बताया कि इस वर्ष 35 करोड़ पौधे नदियों के किनारे रोपे जाएंगे। सीवर, नाले और मरे हुए जानवर नदियों में न डाले जाएं—यह सुनिश्चित करना प्रशासन की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि अयोध्या अब देश की पहली सोलर सिटी बन चुकी है, जो सूर्यवंशीय परंपरा का गौरवशाली प्रतीक है।

सीएम योगी ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा, अयोध्या के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, चौड़ी सड़कों, घाटों और आधुनिक सुविधाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि आज का उत्तर प्रदेश पहले जैसा नहीं रहा। जो राज्य पहले अपराध और अराजकता के लिए बदनाम था, आज वही नया भारत का उत्तर प्रदेश’ बन चुका है।

महंत नृत्यगोपाल दास जी को जन्मदिवस की शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि मणिरामदास छावनी की साधना परंपरा माता जानकी के आशीर्वाद से फली-फूली है। उन्होंने राम मंदिर निर्माण को सनातन धर्म की नींव और भारत के सांस्कृतिक पुनर्जागरण का प्रतीक बताया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि त्रेतायुगीन अयोध्या के वैभव को फिर से लौटाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। अब राम की पैड़ी का जल स्वच्छ है, गुप्तार घाट तक नई घाट श्रृंखलाएं विकसित हो चुकी हैं, और श्रद्धालु बिना भय के भक्ति में लीन हो सकते हैं। राम जन्मभूमि परिसर में गिद्धराज जटायू की मूर्ति, निषादराज यात्री निवास, माता शबरी भोजनालय, महर्षि वशिष्ठ, विश्वामित्र व तुलसीदास के मंदिर भी इसी उद्देश्य की पूर्ति कर रहे हैं।

अंत में उन्होंने देश-दुनिया के सनातन धर्मावलंबियों को बधाई देते हुए कहा कि अयोध्या केवल एक तीर्थ नहीं, भारत के सांस्कृतिक नवजागरण की धुरी बन चुकी है। यह नया युग है, जिसमें सनातन की नींव पर आधुनिक भारत का निर्माण हो रहा है।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही, महापौर, विधायकगण, संत समाज और हज़ारों श्रद्धालु उपस्थित रहे।

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