◆ छह दशक पूर्व ही देवता सिंह ने भांप ली थी शिक्षा की आवश्यकता
@ बिपिन सिंह
पूराबाजार, अयोध्या। शिक्षा को मानव विकास की मूलभूत आवश्यकता मानकर व उसके उत्थान के लिए तत्कालीन फैजाबाद (अयोध्या ) के विकास खण्ड पूराबाजार के अति पिछड़े इलाके में शिक्षा की अलख जगाने के उद्देश्य से ग्राम पंचायत रामपुर सर्धा से सूर्यवंश क्षत्रिय घराने के जिस पुरुषार्थी बाबू देवता सिंह ने एक विद्यालय की स्थापना की थी , वह संस्था वट वृक्ष का रुप लेते हुए समय के साथ शैने – शैने आगे बढ़ते हुए अब महा विद्यालय में परिवर्तित हो चुका है | रामपुर सर्धा ही नही आस पास के कई गाँव – कस्बों के बच्चे इस विद्यालय और महाविद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर अपना अपना भविष्य संवार रहे हैं ।
स्मृति शेष जिन्दादिल इंसान रहे बाबू देवता सिंह की 41वीं पुण्य तिथि बृहस्पतिवार को है । उन्होंने करीब 59साल पहले एक पिछले क्षेत्र में शिक्षा के साथ उद्यमिता की आवश्यकता को भांप लिया था ।
सामान्य शिक्षा के साथ औद्यौगिक , वाणिज्यिक और व्यावसायिक शिक्षा के साथ उन्होंने 1966 में अपने समाजसेवी पिता निर्भय सिंह औद्योगिक हायर सेकेण्डरी स्कूल की स्थापना की | उनके प्रपौत्र वर्तमान में प्रधानाचार्य डॉ अमित सिंह सोनू ने एक आर्दश और कर्मयोगी पर पिता(बाबाजी) कीर्ति शेष को भावपूर्ण श्रद्धाजंलि देते हुए बताया कि 1975 में इस विद्यालय को इण्टरमीडिएट की मान्यता प्राप्त हुई ।
30 जनवरी 1984 कोमहान शिक्षा विद् , कुशल प्रबंधक , ओजस्वी वक्ता बाबू देवता सिंह का निधन हो गया । उनके स्थान पर फरवरी 1984 से 27 दिसंबर 2012 तक ठाकुर राजकरन सिंह ने विद्यालय के प्रबंधक का दायित्व निभाया । वर्तमान में प्रधानाचार्य होने के साथ साथ डॉ अमित सिंह सोनू भाग्यवंती सिंह-देवता सिंह महा विद्यालय के प्रबंधक के दायित्व का भी निर्वहन कर रहे हैं ।