बसखारी अंबेडकर नगर। नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा में स्थित मखदूम अशरफ के अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सज्जादा नशीन का निधन होने से क्षेत्र के साथ-साथ देश विदेश में रहने वाले उनके चाहने वालों में शोक की लहर दौड़ गई है। लखनऊ के पीजीआई हॉस्पिटल में इलाज के दौरान सज्जादा नशीन एवं ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष सै. फखरुद्दीन अशरफ किछौछवी ने गुरुवार को अंतिम सांस ली। गुरुवार को उनके शव को नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा स्थित उनके घर आवास पर लाया गया।जहां के स्थानीय कब्रिस्तान में मुस्लिम रिवाज के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके निधन की खबर सुनकर कई नामचीन हस्तियों के साथ स्थानीय लोगों ने मौके पर पहुंच कर दुख व्यक्त करते हुए परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। दिवंगत सज्जदा नशीन यूपी हज कमेटी के मेंबर भी रह चुके हैं। किछौछा दरगाह में सूफी संत हजरत मखदूम के वार्षिक उर्स के मुख्य दिवस पर ( 28 मोहर्रम ) सैकड़ों वर्ष पुराना मखदूम साहब का खिरका-ए-मुबारक ( झुब्बानुमा पोशाक ) पहन कर सै. फखरुद्दीन अशरफ सज्जादानशीन के तौर पर विशेष दुआ करते थे। बीते गुरुवार को लखनऊ के पीजीआई में इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई और उनके पार्थिव शरीर को रात्रि करीब एक बजे नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा में स्थित उनके आवास पर लाया गया। उनकी मौत की खबर सुनने के बाद विभिन्न देशों व प्रांतों से भारी संख्या में उनके चाहने वाले लोगों का सैलाब नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा में उमड़ने लगा। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सज्जादा नशीन के शव को नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा में स्थित दरगाह के कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक कर दिया गया।उनके अंतिम संस्कार में लाखों की जुटी भीड़ ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी। सज्जदा नशीन की लोकप्रियता का आलम यह रहा कि उनकी अंतिम यात्रा में जुटी भीड़ के कारण अक्सर एक बार पढ़ी जाने वाली जनाजे की नमाज 5 बार पढी की गई। और उन्हें मिट्टी देने के लिए उनके चाहने वाले लोग लाइन में लगे रहे।
नामचीन नेताओ और समाजसेवियों ने भी व्यक्ति की शोक संवेदना
