अंबेडकर नगर। तिवारीपुर में चल रहे रामलीला में अंतरराष्ट्रीय कलाकारों द्वारा किए जा रहे मंचन की तारीफ चहुओर हो रही है। चौथे दिन सीता स्वयंवर का मंचन किया गया। भीड़ का आलम यह था कि पांडाल में कुर्सियां कम पड़ गई। राम लीला के शुरुवात से और समाप्ति तक दर्शक अपने स्थानों से नहीं हिले। चौथे दिन का शुभारम्भ उप संभागीय परिवहन अधिकारी बीडी मिश्रा,विनय कुमार पांडेय, विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष प्रदीप पांडेय, बीजेपी महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष श्रीमती रिंकल सिंह, लोक गायिका क्षेत्र पंचायत सदस्य श्रीमती प्रतिमा यादव द्वारा फीता काट कर वा भगवान राम की आरती कर किया गया। अपने संबोधन में प्रदीप पांडेय ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री रामचंद्र के चरित्र का वर्णन कर पाना नामुमकिन है। भगवान प्रभु श्री रामचंद्र जी के चरित्र को सभी को अपने जीवन में उतारने प्रयत्न करना चाहिए। माता कैकेई जिनके द्वारा हम सभी समस्त प्राणियों का उद्धार हुआ , जिन्होंने प्रभु श्री रामचंद्र जी को अपने बच्चों से ज्यादा स्नेह दिया यहां तक कि हर कलंक को सहन करते हुए प्रभु श्री रामचंद्र जी को वन भेजा,जिससे समस्त प्राणियों का कल्याण हुआ। उन्होंने कहा कि महा विद्वान पंडित रावण जिन्होंने अपनी बहन के लिए अपना सर्वस्व सुख न्योछावर कर दिया यहां तक की अपने पुत्रों वा स्वयं को बहन शूर्पणखा के सम्मान के लिए समर्पित कर दिया। रामलीला के सभी पात्रों से जीवन में कुछ ना कुछ प्रेरणा मिलती हैं। रामायण में हर पात्र ने त्याग और धैर्य का परिचय दिया है। रामायण के पात्रों का अनुसरण हम सभी को करना चाहिए। महिला मोर्चा की अध्यक्ष श्रीमती रिंकल सिंह ने कहा कि भगवान श्री राम के त्याग और समर्पण से हम सभी को सीख लेनी चाहिए। उन्होंने सर्वथा राज धर्म का पालन किया था। इस दौरान रामलीला समिति के सभी पदाधिकारी संरक्षक कन्हैया प्रसाद मिश्र,अध्यक्ष विजय मिश्र,संयोजक अरविंद मिश्र,उपाध्यक्ष सत्यप्रकाश मिश्र सत्तू, मंत्री संगम पांडेय बाबा, सचिव मेजर तिवारी के साथ सभी लोग मौजूद रहे।